एफडीआई का विरोध करेगा बीजद. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 15 नवंबर 2012

एफडीआई का विरोध करेगा बीजद.


ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने गुरुवार को कहा कि वह आगामी संसद सत्र में केंद्र सरकार की बहु-ब्रांड खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की नीति का विरोध करेगा। बीजद प्रमुख भातृहरि महताब ने कहा कि उनकी पार्टी खुदरा क्षेत्र में वर्तमान रूप में एफडीआई का विरोध करती है। पार्टी ने संसद में इसका विरोध करने का निर्णय लिया है। महताब ने कहा कि हम संसद में पहले ही नोटिस दे चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एफडीआई के विरोधी नहीं हैं, खासकर सड़क, हवाईअड्डा और खनिज आधारित उद्योगों सहित ऐसे क्षेत्रों में जो हमें ढांचागत मजबूती देते हैं। हम खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के विरोधी हैं क्योंकि यह बड़ी आबादी के हितों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि विनिर्माण क्षेत्र में खुदरा एफडीआई एक झटका साबित हो सकती है। केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार मंत्रिमंडल की एक उप-समिति ने सितम्बर में खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी दी थी और राज्यों को इसे लागू करने अथवा न करने का विकल्प रखा था।

मुख्यमंत्री व बीजद के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने कहा है कि ओडिशा में खुदरा क्षेत्र में एफडीआई लागू नहीं की जा सकती, क्योंकि राज्य में ऐसा कोई शहर नहीं है जिसकी आबादी 10 लाख से ज्यादा हो। बीजद के लोकसभा में 14 व राज्यसभा में सात सदस्य हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: