अंतरिक्ष में चार महीने रहने के बाद सुनीता विलियम्स आज धरती पर सकुशल लौट आईं हैं। सुनीता का अंतरिक्ष यान सोयूज कजाकिस्तान के अर्काल्यक स्टेशन पर भारतीय समय के मुताबिक 7.23 मिनट पर सुनीता का यान सकुशल लैंड कर गया। नासा के स्पेस मिशन एक्सपेडिशन 33 की कमांडर सुनीता अपने दो साथियों, रूस के यूरी मलेनचेन्को और जापान के अकीहिको होशिदे के साथ धरती पर लौट आईं हैं। सुनीता 15 जुलाई को अंतरिक्ष में गई थीं।
नासा के स्पेस मिशन एक्सपेडिशन 33 की कमांडर सुनीता अपने दो साथियों के साथ इसी साल 15 जुलाई को अंतरिक्ष में गईं थी। सुनीता की टीम ने अंतरिक्ष में 127 दिन बिताए। 46 साल की सुनीता विलियम्स का ये दूसरा अंतरिक्ष दौरा है। रविवार रात 11.15 पर एक्सपेडिशन 34 की टीम ने सुनीता और उनकी टीम को विदाई दी। तड़के 3.56 पर सुनीता का यान सोयूज टीएमए-05एम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अनडॉक यानी अलग हो गया।
सुबह करीब 6 बजे सोयूज ने पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश किया। कक्षा में प्रवेश करने के करीब डेढ़ घंटे बाद यानी 7.23 पर कजाकिस्तान के अर्काल्यक स्टेशन पर लैंड कर गया। सुनीता अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा वक्त बिताने वाली महिला हैं। अब तक अंतरिक्ष में 322 दिन रहने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं। इससे पहले 2006 में सुनीता ने 195 दिन अंतरिक्ष में बिताए थे। तब करीब 6 महीने तक उन्होंने इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन पर काम किया था। इस बार अपने मिशन पर सुनीता अपने साथ मछली और मेंढक भी ले गई थी। दरअसल वैज्ञानिक ये जानना चाहते हैं कि अंतरिक्ष में जिंदगी पर क्या असर पड़ता है? इसके अलावा सुनीता की टीम ने स्पेस स्टेशन में आई कुछ तकनीकी दिक्कतों को भी ठीक किया।
सुनीता के इस मिशन की खास बात ये रही कि इस दौरान उन्होंने तीन बार स्पेस वॉक किया। स्पेस वॉक बेहद मुश्किल होता है और इसके लिए कठिन तैयारी करनी पड़ती है। स्पेस वॉक के दौरान अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन के बाहर जायजा लेते हैं और स्टेशन के बाहर आई तकनीकी गड़बड़ियों की मरम्मत करते हैं। इस बार सुनीता की टीम ने स्टेशन के बाहर लगी एक खराब पावर रेली को बदला। अगले साल यहां पहुंचने वाले रशियन लैबोरेट्री मॉड्यूल को स्टेशन से जोड़ने की तैयारी भी की। सुनीता अंतरिक्ष में 44 घंटे से ज्यादा देर तक स्पेस वॉक कर चुकी है। पहली यात्रा के दौरान सुनीता ने 4 बार स्पेस वॉक किया था। सुनीता और उनकी टीम के लौटने के साथ ही नासा का अगला मिशन एक्सपेडिशन 34 शुरू हो चुका है। 23 अक्टूबर को सोयूज यान 3 अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेस स्टेशन रवाना हुआ था। ये टीम अगले साल मार्च तक वहां रहेगी।
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