सोवियत संघ से अलग होने के 20 वर्षो बाद रूस में अभी तक 341 पत्रकार लापता हो चुके हैं। यह जानकारी एक मीडिया रपट में दी गई। 'मिर टेलीविजन' के अनुसार इस सूची में वे संवाददाता भी शामिल हैं, जिनकी युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान मौत हुई हैं। इसके अलावा शांतिपूर्ण समय में संदिग्ध परिस्थितियों के दौरान मारे गए और लापता हुए पत्रकार भी इस सूची में शामिल हैं।
यह जानकारी 'रशियन यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स' के आंकड़ों का हवाला देते हुए दी गई हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया गया है कि लापता और मारे गए सभी पत्रकारों की हत्या उनकी पेशेवर गतिविधियों की वजह से हुई है या फिर किसी अन्य कारण से। न्यूयार्क की निगरानी रखने वाली एक संस्था 'कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स' के अनुसार अल्जीरिया और इराक के बाद रूस तीसरा ऐसा देश है, जहां सबसे अधिक पत्रकार मारे गए हैं। संस्था ने बताया कि 2012 में पूरे विश्व में 67 पत्रकारों को उनकी पेशेवर गतिविधियों की वजह से मार गया है।
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