छात्र जद यु ने आलोक प्रसाद वर्मा के निधन पर शोक सभा किया
- अपूरणीय राजनीतिक क्षति , युवाओ के प्रेरणाश्रोत नहीं रहे
क्षेत्र के बहुचर्चित समाजसेवी और राजनेता आलोक प्रसाद वर्मा उर्फ ओम बाबू के असामयिक निधन पर रामजानकी मंदिर परिसर में छात्र जद यु की एक शोकसभा मंगलवार को सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश सचिव छात्र जद यु शाहनवाज रिजवान ने की। इस सभा में सर्वप्रथम शामिल लोगो ने दो मिनट का मौन रखकर आलोक प्रसाद वर्मा की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गयी और उन्हे श्रद्धांजलि दी गयीं। शोक सभा को सम्बोेधित करते हुए छात्र जद यु के प्रदेश उपाध्यक्ष मनौवर आलम ने कहा कि श्री वर्मा के निधन से क्षेत्रीय राजनीति का एक कुशल योद्धा का स्थान हमेशा के लिए रिक्त हो गया। उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई है जिसे आज नही ंतो कल पूरा क्षेत्र उस कमी का अहसास करेगा। नरकटियागंज के इतिहास में शहर की विकास गाथा लिखी जाएगी तो उनका नाम अग्रगण्य होगा। श्री वर्मा के नेतृत्व में शहर को आधारभूत संरचना मिली है, उसे नरकटियागंज भूल नहीं सकेगा। आलोक वर्मा युवाओ में काफी लोकप्रिय रहे और सभी समुदाय के लोगो को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते थे। इसी वजह से वे हरदिल अजीज बने रहे, शहर में उनके निधन की खबर मात्र से युवा अचंभित रह गये। उनके निधन से जो शुन्यता स्थानीय राजनीति मे आई है उसे पूरा करना शायद संभव नहीं। शोक सभा में अमित दूबे, अमित बनर्जी, सोनू कुमार गुप्ता, अनीस आलम, नदीम अख्तर, मन्नान अंसारी, मुन्ना मिश्र, नौशाद आलम, मो.सलमान, सज्जाद, सागर कुमार, दिनेश कुमार, गुडडू आलम और युवा जद यु के संदीप कुमार, जावेद अख्तर तथा बबलू श्रीवास्तव ने अपने विचार व श्री वर्मा के कृतित्व पर प्रकाश डाला।
नुरूलहोदा साईं की बोलेरो को चोरो ने उड़ाया
सोमवार की रात्री स्थानीय शहर के मुख्य पथ स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के सैटेलाईट आॅफिस के सामने से अज्ञात उच्चको ने पूर्व मुखिया नुरूल होदा साईं की बोलेरो उड़ा लिया। उल्लेखनीय है कि शहर में चोरों ने नाक में दम कर रखा है, लोगो की चैन व सकून खत्म हो गयी है। विगत दिनो कई वार्ड में लगे सोलर की बैट्री चोरी गयी अब चार पहिए वाहनो की बारी है। नुरूलहोदा साई के पारिवारिक सूत्रो के अनुसार बोलेरो जो फ्लोरोसेन्ट ग्रीन है और उसका नम्बर बीआर 0 पी 0832 है। उन्होने ने बताया कि करीब सवा दस बजे तक गाड़ी उनके दरवाजे पर खड़ी थी । बकौल चालक वह दस बजे रात्री में गाड़ी लगाकर भोजन करने गया और जब खाना खाकर वापस आया तो गाड़ी को गायब पाया। उसके बाद उसने गाड़ी मालिक को इसकी सूचना दी और पुलिस को भी सूचना दी गयी। थानेदार हिमांशु कुमार ने बताया कि मामले की जाँच की जा रही है।
दो गिरफ्तार
शिकारपुर थानाक्षेत्र के दो स्थानो पर छापामार कर पुलिस ने दो अभियुक्तो को पकड़कर बेतिया न्यायालय के हवाले कर दिया। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार अवैध शराब के कारोबारी बंसतपुर निवासी ललवा बीन को, जबकि हत्या के प्रयास करने का आरोपी लंगड़ा दिउलिया निवासी अखिलेश महतो जो काण्ड संख्या 419/12 का नामजद है को गिरफ्तार कर लिया है।
एक महिला समेत चार जख्मी
नरकटियागंज प्रखण्ड के अमवाटोला गाँव में बच्चों के विवाद में दो पक्षों के लोगों के भीड़ जाने से एक महिला समेत चार लोगों के घायल होने की खबर है। बताते है कि सोमवार को अमवाटोला के नागेन्द्र मुखिया की पुत्री छिमी कुमारी 6 वर्ष और उसी गाँव के सोम कुमार के पुत्र विजय कुमार उम्र 7 वर्ष खेल-खेल में आपस में झगड़ने लगे। उसके बाद नागेन्द्र मुखिया व उनकी पत्नी संतूरी देवी, सोम कुमार, दिनेश प्रसाद, सुनिल कुमार और बृजेश प्रसाद आपस में झगड़ पड़े । जिसमें संतुरी देवी, नागेन्द्र मुखिया, बृजेश प्रसाद और सुनिल कुमार जख्मी हो गये। सभी घायलो का इलाज सरकारी अस्पताल में किया गया।
ओम बाबू उर्फ आलोक प्रसाद वर्मा, राजनीतिक शुन्य छोड़ गये
नरकटियागंज के मशहूर शिकारपुर इस्टेट के राजनीतिज्ञ और नरकटियागंज शहर के राजनीति के धुरंधर माने जाने वाले आलोक प्रसाद वर्मा उर्फ ओम बाबू की हृदयगति रूक जाने से पटना में मृत्यु हो गयी। नरकटियागंज की राजनीति पर उनकी अच्छी पकड़ थी, हालाकि उनके विरोधियो की संख्या भी कम नहीं रही शहर में लेकिन मुखर विरोध प्रत्यक्षतः बहुत कम लोग किया करते थे। भाई से मतभेद की वजह से वे विधान सभा में अपने बूते कांग्रेस पार्टी को दूसरे स्थान पर पहुंचाया और भौजाई से मतभेद के कारण नगर परिषद के चुनाव में हार गये थे। श्री वर्मा रविवार कांग्रेस पार्टी की बैठक में पटना के लिए निजी सवारी से रवाना हुए । पारिवारिक सूत्रो के मुताबिक सोमवार की पूर्वााहन् करीब 11बजे उनकी मृत्यु हो गयी। उन्होने प्रखण्ड उप प्रमुख, जिला पार्षद और पैक्स अध्यक्ष जैसे पदो पर रहकर काम किया है। वे अपने पीछे उनकी पत्नी रश्मि वर्मा एक पुत्र और एक पुत्री को छोड़ गये है। उनके शव को पटना से शिकारपुर लाया जा रहा हें। स्थानीय बुद्धिजीवियो ने उनकी मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
(अवधेश कुमार शर्मा)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें