गुजरात में चौथी बार नरेंद्र मोदी राज्य के मुखिया के रूप में 26 दिसंबर को शपथ लेंगे। मोदी की इस जीत ने उनके लिए दिल्ली की राह आसान कर दी है।
26 दिसंबर को एक बार फिर गुजरात की कमान संभालने के साथ ही मोदी का मिशन दिल्ली शुरू हो जाएगा।
मोदी को प्रधानमंत्री प्रत्याशी बनाने की भी मुहिम एक बार फिर से जोर पकड़ती दिखाई दे रही है। बिहार भाजपा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने कहा है कि वह पार्टी में पीएम प्रत्याशी के नाम पर मोदी के नाम पर सहमति बनाने की कोशिश करेंगे। गौरतलब है कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मोदी को बेहतर पीएम पद का बेहतर उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं लेकिन इस मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता जहां पीएम पद के प्रत्याशी के रूप में मोदी का नाम लेते हैं वहीं यह कहना भी नहीं भूलते हैं कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व ही लेगा। गुजरात में अपनी जीत के बाद मोदी के संबोधन के बीच मोदी इज पीएम के नारे लगाए गए जो कहीं न कहीं उनके समर्थकों और खुद उनकी भावनाओं से भी जुड़े थे।
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