- आलोक प्रसाद वर्मा सुपुर्द ए खाक
- ंहजारों की भीड़ ने दी अपने प्रिय नेता को भावभीनी विदायी
- शव के साथ आखिर तक रश्मि वर्मा व उनके पुत्र अंशु रहे
क्षेत्र के युझारू समाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेसी आलोक प्रसाद वर्मा उर्फ ओम बाबू की शव यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, लोग पडे़े हैरत में। उल्लेखनीय है कि शिकारपुर इस्टेट के युवातुर्क और राजनैतिक वारिस माने जाने वाले ओम बाबू की हृदयगति रूक जाने से विगत 24 दिसम्बर 2012 को पटना में असामयिक निधन हो गया। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी, दो दिनो से लोग उनकी अंतीम दर्शन को बेताब थे । जब शव हिमालय सिनेमा कैम्पस में पहुंचा तो लोग छत पर चढ़कर उनकी आखिरी दीदार करते रहे। अधिकांश युवाआंे और वृद्ध गमगीन निगाहों से देखते रहे। महिलाओ की आँखे नम थी और उनकी पत्नी रश्मि वर्मा पर केन्द्रित थी, लोगो का कहना था कि क्या वह ओमबाबू की सियासी विरासत को सम्हाल पायंेगी! हिमालय सिनेमा परिसर स्थित उनके निवास पर अंशु, अंशा और रश्मि वर्मा दहाड़मार कर विलाप करती देखी गयी। उनके सहयोगी व परिजन ढाढस बँधाते दिखे। जब शव यात्रा वहाँ से निकला तो शहर के हिमालय सिनेमा चैक, पोखरा चैक, शिवगंज चैक, पोस्ट आॅफिस चैक, ब्रह्म स्थान चैक, हाई स्कूल चैक, पेट्रोल पम्प चैक, अस्पताल चैक, वर्मा चैक, टीपी वर्मा काॅलेज गेट, रवि पेट्रोल पम्प, पकड़ी ढाला, नोनियाटोला चैक और पंडई चैक होते हुए दीवान जी का शिकारपुर उनके पैतृक गाँव पहुंचा, वहाँ भी अपने चहेते ओम बाबू के पार्थिव शरीर को देखने वालो की भीड़ छत और चैबारो पर चढ मौजूद थी। उसके बाद पण्डयी नदी के तट पर उनका अंतीम संस्कार सम्पन्न हुआ। उनके पुत्र अंशु वर्मा ने मुखाग्नि दिया और उपस्थित सभी लोगो की आँखे एक बार फिर से नम हो गयी अश्रुपूरित विदायी लोगो ने उन्हे दी। उनकी शवयात्रा में क्षेत्रीय सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो, आशीष वर्मा, विधायक दिलीप वर्मा, उप प्रमुख प्रेम नारायण ओझा, पूर्व प्रमुख विनय वर्मा, विवेक कुमार वर्मा, नरकटियागंज के तकरीबन सभी वार्ड पार्षद, लगभग सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधि और आम वो खास शामिल हुए। इनके अलावे प्रशासन से एसडीएम महमूद आलम, भूमि सुधार उप समाहर्ता शम्भू शरण पाण्डेय,अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार, अंचल अधिकारी अवधकिशोर ठाकुर, अंचल निरीक्षक डाॅ.चन्द्रशेखर तिवारी, एसएसबी के द्वितीय सेनानायक अशोक कुमार ठाकुर तमाम सगे संबंधी व नाते रिश्तेदार व शहर तथा गाँव के लोग न सिर्फ शामिल हुए बल्कि पाँच किलोमीटर की लम्बी यात्रा कर अपने प्रिय नेता व क्षेत्रीय कर्मवीर को भावभीनी विदाई दिये।
लापता सबरून एक माह बाद हुई बरामद
नरकटियागंज प्रखण्ड के कुण्डिलपुर पंचायत के सतवरिया गाँव की सबरूल खातून को अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार ने मटियरिया थाना क्षेत्र के शेरवा से बरामद करने में सफलता पा लिया। मिली जानकारी के अनुसार बंधु मियाँ ने अपनी बेटी सबरुन खातून की शादी उसी गाँव के सुलेमान मियां(अंसारी) से चार वर्ष पूर्व हुई थी। उसके बाद से वह अपने पति के साथ सुखी पूर्वक रहा करती थी। इधर 24 नवम्बर 2012 को सबरून लापता हो गयी। इस बावत सबरून के पिता बंधू मियाँ ने शिकारपुर थाना में 26 नवम्बर 2012 को मामला दर्ज कराया, जिसमें बंधू ने अपने समधी, समधन, दामाद समेंत करीब आधा दर्जन लोगो पर अपहरण कर, हत्या कर टंकी में डाल देने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं पुलिस पर जबरन दबाव बनाने की खातिर कतिपय तत्वो के इशारे पर सड़क जाम कर सभी नामजदो की गिरफ्तारी का प्रयास भी किया गया था। लड़की के पिता ने बताया कि उसके दामाद ने दहेज में 25000 रूपये की मांग की थी, उसके बाद ही उनकी लड़की गायब हुई। इस बाबत लड़का पक्ष का आरोप है कि सबरून को उसके पिता ने गायब कराया और लड़की पक्ष का आरोप है कि उसके पति ने उसे लापता किया। अब सबरून पुलिस को क्या बयान देती है और वह बयान किसके पक्ष व किसके विपक्ष में जा रहा है यह उसके बयान पर निर्भर करता है।
आगलगी में लाखों की सम्पत्ति जली
गौनाहा प्रखण्ड के लछनौता पंचायत अन्तर्गत पंचरूखिया गाँव के जहीर मियाँ के घर में विगत रात्री करीब साढे नौ बजे आग लगी जिसमें एक भैंस, एक बकरी समेत 25000 रूपये नकदी और कपडे व सामान जलकर राख हो गये। आग लगने की खबर पा कर नरकटियागंज से अग्निशामक दस्ता पहुंचा और गाँव के लोगो ने मिल कर आग पर काबू पा लिया। ग्रामीण बताते है कि जानवरो के पास किये गये आग से उसके पशुशाला में आग लगी और देखते देखते उस आग ने जहीर मियाँ के घर को अपने आगोश में समेट लिया। जहीर ने बताया कि उसने हाल ही में एक भैंस 25000 हजार रूपये में बेची थी तथा दूसरी खरीदने ही वाला था कि उसकी उम्मीदो पर पानी फिर गया। इतना ही नहीं एक भैंस जो वहाँ बंधी थी उसी में जलकर राख हो गयी। उसके साथ ही बकरी और मुर्गा व मुर्गियाँ भी जल गयी। इतना होने के बाद जब अग्निशमन दस्ता पहुंचा तो ग्रामिणो के सहयोग से आग पर काबू पा लिया गया अन्यथा गाँव के अन्य घरो को क्षति हो सकती थी।
फरियाद के बाद भी नहीं मिला न्याय: एसडीएम का जनता दरबार
अनुमण्डल पदाधिकारी के जनता दरबार में फरियादियो ने अपनी फरियाद लगायी एक बाद फिर न्याय की गुहार । सिकटा प्रखण्ड के कंगली पंचायत के सेनुवरिया निवासी एम. एकबाल शाह ने फरियाद लगाया कि उसके जमीन जिसका खाता नं.162 खेसरा 561 रकबा 8 धूर पर पड़ोसी रामेश्वर साह, गायत्री देवी व अन्य मिल कर उसपर कब्जा कर रहे है। सुगहा भवानीपुर की गफूर नेशा ने कहा कि उसकी 5 लडकियां है जिन्हे एक साथ भोजन नसीब नहीे है बावजूद इसके उसका नाम बीपीएल सूची में नहीं है। उसका नाम बीपीएल सूची में जोड़वाने की आदेश दे। गौनाहा प्रखण्ड के जमुनिया की फूलमति देवी ने पुर्नवास की तहत मिली जमीन की विक्री रोकने के लिए आवेदन दिया था लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई और लक्ष्मण कुशवाहा, विजय प्रकाश व रामप्रवेश उसे बेचने पर आमदा है। मैनाटांड के शेरहवा पंचरूखी के दर्जनो लोगो जिनमे सुभाष महतो, शम्भू साह, उद्दन मांझी, रामदेव और तुफानी मांझी मुख्य हैं ने बीपीएल में नाम जोड़वाने की फरियाद लगायी लेकिन कई बार फरियाद लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रोत्साहन राशि का चेक बँटा
नरकटियागंज सरकारी असपताल में बन्ध्याकरण के तहत प्रोत्साहन के तौर पर 40 महिलाओं को 600 रूपये की दर से 24000 हजार रूपये का चेक चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ.चन्द्रभूषण ने वितरीत किया। डाॅ. चन्द्रभूषण ने कहा कि सभी आॅपरेशन उन्होने स्वयं किया और अधिक से अधिक महिलाओ को बन्याकरण को प्रोत्साहित करने को आशा व ममता से अपील की।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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