महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की 125वीं जयंती शनिवार को पटना में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर कमजोर वर्ग के छात्रों को भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए प्रसिद्घ संस्थान सुपर 30 में एक समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर शिक्षकों और छात्राओं ने रामानुजम के तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। सुपर 30 के संस्थापक कुमार आनंद ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज रामानुजम का जन्मदिन देश में ही नहीं विदेशों में भी मनाया जा रहा है। उन्होंने देश की शिक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आज 125 वर्ष के बाद भी दूसरा रामानुजम नहीं पैदा हो सका है।
रामानुजम की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए आनंद ने कहा कि गरीब परिवार में जन्मे रामानुजम को कई बार शिक्षाग्रहण करने के दौरान ही पुरस्कार से नवाजा गया। उन्होंने कहा, "आज छात्रों का रुझान गणित की ओर कम हो रहा है। लोगों को आज गणित रटाया जा रहा है परंतु उसे सही तरीक से समझाया नहीं जा रहा है। आज गणितज्ञ पैदा करने के लिए देश में एक विशेष शिक्षण वाले विद्यालयों की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "सरकार द्वारा केवल गणित वर्ष घोषित करने से ही उनका सपना साकार नहीं होने वाला। सरकार को दूसरे रामानुजम को पैदा करने के लिए प्रयास करना होगा।" इस मौके पर सुपर 30 के सभी छात्र और शिक्षक मौजूद थे।
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