संगीत नाटक अकादमी की महापरिषद और राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी ने संगीत नाटक अकादमी रत्न के लिए अभिनय कला क्षेत्र से तीन बड़ी हस्तियों एन. रजम, टी.एच. विनायकरम और रत्न थियाम को चुना है। इस वर्ष संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों के लिए संगीत, नृत्य, थियेटर और कठपुतली कला के क्षेत्र से 36 हस्तियों को चुना गया है। अकादमी रत्न एक सम्मानित पुरस्कार है, जो बहुत कम ही दिया जाता है। अभी संगीत नाटक अकादमी के महज 40 अकादमी रत्न ही हैं। इसका निर्णय अकादमी की 21 दिसम्बर को हुई बैठक में लिया गया।
संगीत के क्षेत्र से हिंदुस्तानी संगीत के राजशेखर मनसूर और अजय पोहन्कर, तबला वादक शबीर खान, रूद्र वीणा वादक बहाउद्दीन डागर, कारनेटिक संगीत के ओ. एस. थ्यागराजन, वायलिन वादक एम. नागराजा, मृदंगम वादक के. वी. प्रसाद, सृजनात्मक एवं प्रायौगिक संगीत के लिए इलायराजा और गुरबाणी के लिए भाई बलबीर सिंह रागी को वर्ष 2012 के अकादमी पुरस्कारों के लिए चुना गया है।
नृत्य के क्षेत्र में 9 बड़ी हस्तियों भरतनाट्यम की प्रियदर्शनी गोविंद, कथक के विजय शंकर, कथककली के वजेंगदा विजयन, कुचिपुड़ी के वेदांत रामलिंगा शास्त्री, ओडिशी की शर्मिला बिश्वास, छाऊ के जय नारायण सामल, कुटियट्टम के पेनकुल्लम दामोदर चकयार, नृत्य संगीत के लिए ज्वाला प्रसाद और सृजनात्मक एवं प्रायौगिक नृत्य के लिए अदिति मंगलदास को वर्ष 2012 के अकादमी पुरस्कारों के लिए चुना गया है। थियेटर के क्षेत्र से भी आठ बड़े कलाकारों को अकादमी पुरस्कार-2012 के लिए चुना गया है। इनमें पटकथा के लिए अर्जुन देव चरण, निर्देशन के लिए त्रिपुरारी शर्मा एवं वमन केंद्रे, अभिनय के लिए परवेश सेठी, निर्मल ऋषि और पुरीसाई कन्नपा समबन्दन, थियेटर संगीत के लिए मुरारी राय चौधरी और भंडपाथेर के क्षेत्र की बड़ी हस्ती गुलाम रसूल भगत शामिल हैं।
क्षेत्रीय संगीत, नृत्य, समूह नृत्य, थियेटर और कठपुतली जैसे अन्य पारंपरिक कला क्षेत्र से आठ कलाकारों को चुना गया है, इनमें समूह संगीत (कर्नाटक) के गौरू चन्नाबसप्पा, सुकनानी ओजपली (असम) के किनराम नाथ ओझा, समूह थियेटर (हरियाणा) के प्रेम सिंह देहाती, लवणी (महाराष्ट्र) की सुलोचना चव्हाण, थयामबक (केरल) के मत्तानूर संकरण कुट्टी मरार, नाचा (छत्तीसगढ़) के गोविंदराम निर्मलकर, मुखौटा बनाने में हिमाचल प्रदेश से हीरा दास नेगी और पारम्परिक कठपुतली (पश्चिम बंगाल) के लिए प्रफुल्ल कर्माकर शामिल हैं।
नंदिनी रमानी और अरुण अकाडे को अभिनय क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2012 का अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अकादमी रत्न सम्मान 1954 से दिया जा रहा है और अकादमी पुरस्कार की शुरुआत 1952 में हुई थी। ताम्रपत्र और अंगवस्त्र के अलावा अकादमी रत्न के लिए तीन लाख रुपये और अकादमी पुरस्कार के लिए एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है।
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