नरेंद्र मोदी |
नरेंद्र मोदी ने गुजरात में सत्ता की हैट्रिक लगाने का श्रेय प्रदेश की जनता और देश का भला चाहने वाले हर नागरिक को दिया। उन्होंने कहा कि आज की जीत का हीरो उनकी छह करोड़ गुजराती जनता है जिसने परिपक्व ता दिखाते हुए झूठ के माहौल के बीच सत्य को खोज निकाला और एक बार फिर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई। चुनावी परिणामों की घोषणा के बाद पहली बार जनता को सम्बोधित करते हुए मोदी ने हिंदी में भाषण दिया। इस मौके पर उन्होंने तहेदिल से बारम्बार गुजरात की नौजवान, महिला और किसान सहित सभी जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "यह मोदी की जीत नहीं है। यह गुजरात की जनता की जीत है। यह उस परिपक्व हो चुकी जनता की जीत है जिसने झूठ के माहौल के बीच सत्य को खोजने का काम किया है। उस जनता की जीत है जिसने रूई के ढेर में सूई खोजने का काम किया है। यह उस जनता की जीत है जिसने झूठ के बवंडर में सच को खोज निकाला है। इसके लिए मैं गुजरात की जनता को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं।"
उन्होंने कहा, "आज जो परिणाम आए हैं उसने सिद्ध कर दिया कि देश की जनता अच्छा क्या है, बुरा क्या है उसको भलीभांति समझती है। इन नतीजों ने सिद्ध कर दिया है कि लोकतंत्र की इस लम्बी प्रक्रिया के दौरान गुजरात का मतदाता कितना परिपक्व हुआ है। सारे लोभ, लालच, भांति-भांति के दुष्प्रचार, जाति-पाति को पीछे छोड़ गुजरात की जनता समझ गई है कि अगर आज मेरे गुजरात का भला होगा तो कल मेरा भी होगा। इसलिए हमने एकमत गुजरात का नारा दिया लेकिन देश के राजनीतिक पंडितों को यह बात समझ में नहीं आई। हां, गुजरात की जनता ने जैसे कमल के फूल को उठा लिया वैसे ही इस संकल्प को उठा लिया।" मोदी ने कहा, "गुजरात ने 80 के दशक के जातिवादी माहौल को देखा है, उसके दुष्परिणामों को देखा है और अनुभव किया है। यही कारण है कि गुजरात का मतदाता 80 का माहौल नहीं चाहता। यहां की जनता क्षेत्रवाद से ऊपर उठ चुकी है। जातिवाद के जहर से ऊपर उठ चुकी है और आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए सोचती है।"
उन्होंने कहा, "पहले सरकारें आती थी और चली जाती थी लेकिन जनता के हाथ कुछ नहीं लगता था। लेकिन जनता ही सरकारों को जवाबदेह बनाती है। वह बार-बार हिसाब मांगती है। इससे सत्ताधारी दल की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। गुजरात की जनता ने ऐसा किया इसके लिए मैं उनका वंदन करता हूं।" मोदी ने कहा, "सुबह से मोदी की चर्चा हो रही है कि वह जीतेगा या हारेगा। मोदी की जितनी चर्चा करनी है करो लेकिन आज का हीरो तो मेरे छह करोड़ गुजराती हैं। चर्चा करनी है तो उनकी करो। उन्होंने सीखा है सिखाया है। सीखना है तो मेरे गुजरात के मतदाताओं से सीखिए।"
उन्होंने कहा, "हमने मिसाल कायम किया है। एक मान्यता थी कि राजनीति में सुशासन और विकास फिट नहीं बैठता। मुझे गर्व है कि मतदाताओं ने सिद्ध कर दिया कि सुशासन और विकास यदि जमीन पर दिखे जो जनता उचित फैसला लेती है। गुजरात के मतदाताओं की तरफ से देश की जनता तक मैं एक बात पहुंचाना चाहता हूं। वे सुशाासन और विकास के लिए दबाव बनाएं। राजनीतिक दलों को भी झूठे और खोखले वादे नहीं करने चाहिए। उन्हें जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ईमानदार प्रयास करना चाहिए।" मोदी ने इस मौके पर अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना भी की। उन्होंने कहा, "जतना की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमने कई कठोर निर्णय भी लिए। समाज के एक वर्ग को नाराज भी किया। लेकिन जनता की भलाई के लिए मुझे जो लगा वह मैंने निष्ठा और प्रामाणिकता के साथ किया।"
उन्होंने कहा, "मेरा एक ही सपना है। गुजरात का विकास। अब नई जिम्मेदारी के युग की शुरुआत है। आने वाले पांच साल का मेरा हर पल जनता जनार्दन को समर्पित है। मेरे परिश्रम में कोई कमी नहीं आएगी। आपके प्रेम व आर्शीवाद से मैं अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग करूंगा। मुझे आशीर्वाद दीजिए ताकि आगे हमसे कोई गलती न हो।"
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