संसद का शीतकालीन सत्र गुरुवार को समाप्त हो गया, और इसके साथ ही दोनों सदनों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र 22 नवम्बर को शुरू हुआ था। देश के खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के सरकार के फैसले को लेकर शीतकालीन सत्र बार-बार बाधित हुआ।
इसके अलावा प्रोन्नति में आरक्षण विधेयक को लेकर भी संसद को बार-बार स्थगनों का सामना करना पड़ा। हालांकि यह विधेयक राज्यसभा में पारित हो चुका है।
इसके अलावा प्रोन्नति में आरक्षण विधेयक को लेकर भी संसद को बार-बार स्थगनों का सामना करना पड़ा। हालांकि यह विधेयक राज्यसभा में पारित हो चुका है।
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