गृह मंत्री शिंदे की टिप्पणी की तीखी आलोचना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 24 दिसंबर 2012

गृह मंत्री शिंदे की टिप्पणी की तीखी आलोचना


सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की उस टिप्पणी की तीव्र आलोचना की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि वह इंडिया गेट पर युवा प्रदर्शनकारियों से जाकर मिलें, तो सशस्त्र नक्सली भी ऐसी अपेक्षा रखेंगे।  शिंदे ने सोमवार को एक समाचार चैनल से कहा, "यह कहना आसान है कि गृह मंत्री इंडिया गेट जाकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत करें। कल यदि अन्य राजनीतिक दल प्रदर्शन करते हैं, तो वहां भी गृह मंत्री को क्यों नहीं जाना चाहिए? कल भाजपा विरोध प्रदर्शन कर सकती है, कल नक्सली यहां हथियारों के साथ प्रदर्शन करने आ सकते हैं।"

दिल्ली जीसस एंड मेरी कॉलेज की अध्यापिका अनिता घई ने कहा, "उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था.. यदि वह विरोध प्रदर्शन को उचित समझते हैं तो उन्हें प्रदर्शकारियों से मिलने जाना चाहिए।" शिंदे ने हालांकि यह कहते हुए आलोचना को नजरअंदाज कर दिया कि सरकार कहीं भी जाने के लिए नहीं है। शिंदे ने कहा, "आपको सरकार की भूमिका के समझनी चाहिए। सरकार कहीं भी नहीं जाएगी। आखिर सरकार को कहीं क्यों जाना चाहिए।"

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने शिंदे का समर्थन करते हुए कहा, "मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। शायद वह यह कहना चाहते थे कि मुझे इस मामले के साथ कैसे निपटना है। वह स्थिति से निपटने को लेकर काफी परेशान हैं।" आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने एक समाचार चैनल से कहा, "विद्यार्थियों की तुलना नक्सलियों से करना दुर्भाग्यपूर्ण है।" स्वयंसेवी संगठन जागोरी की कल्पना विश्वनाथन ने कहा कि सरकार को लोगों की आवाज सुननी चाहिए।

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