दिल्ली में 12 दिन पहले सामूहिक बलात्कार का शिकार बनी लड़की जिंदगी की जंग हार गई है। सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में रात सवा दो बजे उसकी मौत हो गई। दिल्ली में इलाज के दौरान लड़की होश में थी और परिवारवालों से बात भी कर रही थी लेकिन अचानक गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद उसे सिंगापुर भेजा गया था जहां बीती रात उसके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। लड़की की मौत की खबर से पूरा देश सदमे में है। जानकारी के मुताबिक आज दोपहर 12 बजे लड़की का पार्थिव शरीर भारत लाया जा रहा है। जिसके बाद कल उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गैंगरेप पीड़ित छात्रा को 27 दिसंबर की सुबह माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन तभी से उसकी हालत नाजुक थी। अस्पताल के 8 डॉक्टरों की टीम उसे जिंदा रखने की कोशिशें कर रहे थे लेकिन दो दिन तक चली उनकी कोशिशें भी लड़की की नहीं बचा सकीं। अस्पताल के मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है लड़की के शरीर और दिमाग में बेहद गंभीर चोटें थीं लेकिन उसकी इच्छाशक्ति ने उसे जिंदा रखा और वो तमाम मुश्किलों के बावजूद बहादुरी से जिंदगी के लिए लड़ी मगर वो जीत नहीं पाई।
असल में लड़की की जिंदगी को खतरे के बारे में डॉक्टरों ने शुक्रवार रात ही आगाह कर दिया था और कहा था कि पीड़ित के कई अंगों ने एकसाथ काम करना बंद कर दिया था। लड़की की इस हालत की जानकारी उसके परिवार को दे दी गई थी। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग भी परिवार के साथ खड़ा रहा। लड़की की हालत पर भारत सरकार की नजरें लगातार बनी थीं। यहां तक कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी लड़की की सेहत को लेकर चिंता जताई थी। पीडित लड़की की जिंदगी बचाने के लिए भारत के साथ साथ सिंगापुर में भी लोगों ने बढ़-चढ़कर दुआएं मांगीं थीं और बड़ी तादाद में लोगों ने इलाज में मदद देने की पेशकश की थी मगर सब बेकार। आखिर 12 दिन तक चली जंग में जिंदगी मौत से हार गई।
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