चलती बस में 23 वर्षीय लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में न्याय की मांग के लिए राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर शनिवार को पुलिस का कहर टूट पड़ा। पुलिस ने हजारों की संख्या में यहां जुटे लोगों पर लाठीचार्ज किया, पानी की बौछारें छोड़ीं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
पुलिस द्वारा पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़ने के आदेश के बाद हुयी हाथापाई में एक युवक, एक लड़की और ट्रैफिक पुलिसकर्मी घायल हो गया। हालांकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सर्दी में भी पानी की बौछारों का सामना किया और पुलिस कर्मचारियों की ओर पानी की बोतलें और जूते फेंके। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वैन के शीशे तोड़ दिये। एक लड़की ने अपने हाथ से पुलिस बस के शीशे तोड़ दिये। रायसीना हिल्स से राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाले प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच वार्ता के विफल रहने और बैरीगेड तोड़कर राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के बाद पुलिस ने इस प्रकार की कार्रवाई के आदेश दिये। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में युवक और युवतियां शामिल हैं।
खाली सड़कों और वहां फैले आंसू गैस के खाली गोलों के कारण प्रदर्शन स्थल युद्ध क्षेत्र की तरह दिखाई दे रहा है। पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गयी है और पुलिस सहायता के लिए नयी टुकड़ी रायसीना हिल्स पहुंच गयी है। रायसीना हिल्स नॉर्थ और सॉउथ ब्लॉक को विभाजित करता है, यहां प्रधानमंत्री कार्यालय भी स्थित है। युवतियों ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया है। प्रदर्शनकारियों ने इस क्षेत्र में धरना देने का निर्णय किया। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने स्थान को छोड़ने से मना कर दिया। उल्लेखनीय है कि बलात्कार की घटना के छठवें दिन आज भी विरोध प्रदर्शन जारी है।
सेना के पूर्व प्रमुख वीके सिंह भी इंडिया गेट से प्रदर्शनकारियों के साथ हो गये। उन्होंने चलती बस में युवती के साथ नृशंस बलात्कार पर सरकार की प्रणाली के विफल हो जाने का आरोप लगाया है। प्रदर्शन के दौरान घायल एक लड़की को अस्पताल पहुंचाया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारी युवाओं ने आज सुबह इंडिया गेट पर एकत्रित होकर राजपथ के रास्ते रायसीना हिल्स की ओर कूच कर दिया था। युवा प्रदर्शनकारियों ने राजपथ का सुरक्षा घेरा तोड़ दिया और किसी प्रकार से रायसीना हिल्स पर पहुंचने में कामयाब हो गये। हालांकि उन्हें यहां पर रोक दिया गया। उल्लेखनीय है कि कल भी राजधानी में अनेक प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन के सामने प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह ने कहा कि आप देख रहे हैं कि प्रशासनिक प्रणाली विफल हो जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुयी है। पुलिस सुधार की योजना कई साल से ठंडे बस्ते में पड़ी है। उन्होंने इसके लिए क्यों कुछ भी नहीं किया..हम पुलिस आयुक्त को यह कहते हुये क्यों सुनते हैं कि उनके पास कर्मचारियों की कमी है। यह बेहद शर्मनाक है।
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