दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म के एक आरोपी ने अदालत से फांसी देने की गुहार की। अदालत ने जुर्म स्वीकार करने पर बुधवार को उसे और दो अन्य आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया। व्यायामशाला में प्रशिक्षक विनय शर्मा ने अदालत में कहा कि उसने सिर्फ पीड़िता के दोस्त के साथ मारपीट की थी। शर्मा ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट नम्रता अग्रवाल से फांसी देने की मांग की।
शर्मा, पवन गुप्ता और मुकेश को साकेत कोर्ट में पेश किया गया। घटना में प्रयुक्त बस के चालक एवं मामले का सह आरोपी राम सिंह एवं मुकेश भाई हैं। अदालत ने गुप्ता एवं शर्मा को चार दिन की पुलिस हिरासत में और मुकेश को 14 दिन के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया।
मुकेश ने अपराध स्वीकार करने के बाद पहचान के लिए परेड में जाना स्वीकार कर लिया। रविवार रात को 23 वर्षीय युवती के साथ चलती बस में छह लोगों ने दुष्कर्म किया और मारपीट की। पीड़िता अस्पताल में गम्भीर हालत में भर्ती है।
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