कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में सामूहिक बलात्कार कांड के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के लिए बाबा रामदेव और अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए। दिग्विजय ने बुधवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रांतीय प्रतिनिधि सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में यह विचार व्यक्त किए।
कहा कि सामूहिक बलात्कार कांड की जितनी निंदा की जाए, कम है, मगर पुलिस ने 3 दिन के भीतर ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मीडिया को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि जनता के अधिकारों की रक्षा मीडिया करता है। मीडिया एफआईआर लॉज कराता है, मुकदमा चलाता है और फैसला भी मीडिया ही सुनाता है। प्रदर्शन में बाबा रामदेव और अरविंद केजरीवाल के पहुंचने के बाद हिंसा होने का आरोप लगाते हुए दिग्गी राजा ने कहा कि दिल्ली के एक सिपाही सुभाष तोमर की हत्या हो गई। मीडिया वाले एक लड़के को पेश करके कह रहे हैं कि वह कांस्टेबल को अस्पताल ले गया। प्रदर्शनकारियों की ओर से बलात्कारियों को फांसी देने की मांग की ओर इशारा करते हुए दिग्गी राजा ने कहा, 'क्या प्रधानमंत्री किसी को फांसी का ऐलान कर सकते हैं? क्या किसी नेता को यह अधिकार है।' उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। मौजूदा कानून में समुचित सुधार के लिए सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जे.एस.वर्मा की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग बना दिया है। आयोग जो भी सुझाव देगा, उस पर विचार कर कानून में बदलाव किया जाएगा।
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