अरुण जेटली |
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली ने गुरुवार को गुजरात में पार्टी की जीत को जोरदार बताया और हिमाचल प्रदेश में हार को निराशाजनक। जेटली ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में कहा, "गुजरात में जीत का अंतर संकेत देता है कि यह एक जोरदार जीत है। 2002 में हमें वोट की हिस्सेदारी में नौ प्रतिशत की बढ़त मिली थी। बढ़त का यह प्रतिशत इस बार 10 हो गया है। 2007 में और इस बार भी इसके दो अंकों में रहने की उम्मीद थी।" जेटली ने कहा, "गुजरात में (1995 से) यह हमारी पांचवीं जीत है और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी जीत है।"
जेटली ने कहा कि लोगों ने भाजपा को जाति और समुदाय से ऊपर उठकर वोट दिया है। उन्होंने कहा, "हमें जनजातियों और अल्पसंख्यकों से वोट मिला है। इस तरह का वोट किसी खास एजेंडे पर नहीं है।" यह पूछे जाने पर कि गुजरात में कांग्रेस की रणनीति में कहां चूक हुई, जेटली ने कहा, "कांग्रेस को रास्ता ही नहीं पता था। उसने मोदी के खिलाफ किसी राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय नेता को नहीं उतारा। वे विकास और नेतृत्व को खारिज करना चाहते थे। इससे आप कोई चुनाव कभी नहीं जीत सकते।"
भाजपा नेता ने केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम को भी आड़े हाथों लिया, जिन्होंने कहा था कि गुजरात में असली विजेता कांग्रेस है। जेटली ने कहा, "चिदम्बरम एक अनुभवी वित्त मंत्री हैं। जब देश की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है और आप उसे सुधार नहीं सकते, तो आपको इसके बारे में बात करनी चाहिए। चिदम्बरम ने इस मुहावरे को गुजरात में कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन में बदलने की कोशिश की है।"
जेटली तब टालमटोल की मुद्रा में आ गए, जब उनसे मोदी की किसी बड़ी भूमिका के बारे में पूछा गया, खासतौर से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में। उन्होंने कहा, "फिलहाल यह मुद्दा नहीं है। मैं टेलीविजन पर इस पर चर्चा नहीं कर सकता। मोदी एक बहुत ही वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी में नीचे से ऊपर तक बहुत लोकप्रिय हैं। पार्टी में उनके विचार मायने रखते हैं और उसे गम्भीरता से लिया जाता है।" हिमाचल प्रदेश के परिणाम के बारे में जेटली ने कहा, "हिमाचल का परिणाम निराशाजनक रहा। हमने एक अच्छी सरकार चलाई। हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। बागी उम्मीदवार पार्टी की हार का एक कारण हो सकते हैं।"
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