दिल्ली में जघन्य वारदात का शिकार हुई देश की 'एक बहादुर बेटी' का अंतिम संस्कार कर दिया है. मर्माहत लोगों ने उसे नम आंखों से अंतिम विदाई दी. दिल्ली में गैंगरेप का शिकार हुई लड़की के परिवार वालों की इच्छा के मुताबिक ही अंतिम संस्कार रविवार सुबह ही कर दिया. समझा जाता है कि परिवार की पहचान जाहिर न हो, इस वजह से ही अंतिम संस्कार का निर्णय तड़के ही करने का निर्णय लिया गया.
लड़की का पार्थिव शरीर महावीर एन्क्लेव स्थित उसके आवास ले जाया गया और धार्मिक रस्में पूरी की गईं. इसके बाद उसे द्वारका सेक्टर 24 स्थित शवदाह गृह ले जाया गया. अंतिम संस्कार के समय परिवार के 6-7 सदस्य मौजूद थे. गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, पश्चिमी दिल्ली के सांसद महाबल मिश्रा, दिल्ली बीजेपी प्रमुख विजेन्द्र गुप्ता भी अंतिम संस्कार के समय श्मशान घाट में मौजूद थे. श्मशान घाट में मीडिया को जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. गौरतलब है कि सिंगापुर से लड़की का पार्थिव शरीर रविवार सुबह 3.30 बजे भारत लाया गया. वैसे देश के काफी लोग उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने की इच्छा जता रहे थे, लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा नहीं हो सका.
एयर इंडिया का विशेष विमान पार्थिव शरीर को लेकर तड़के करीब साढ़े 3 बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा. विमान को हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में ले जाया गया, जहां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी मौजूद थे. मनमोहन सिंह और सोनिया ने लड़की के परिजनों से बात की और उन्हें ढांढस बंधाया. युवती के शव को एक निजी अस्पताल की एम्बुलेंस से पालम तकनीकी क्षेत्र के रास्ते हवाई अड्डे से बाहर लाया गया. सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित के शव को लेकर एयर इंडिया के एआईसी 380 विमान ने स्थानीय समयानुसार करीब साढ़े 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात्रि 10 बजे) उड़ान भरी थी. पीड़ित युवती ने शनिवार तड़के चार बजकर 45 मिनट पर (भारतीय समयानुसार तड़के सवा 2 बजे) अंतिम सांस ली थी.
भारत सरकार द्वारा भेजे गए चार्टर्ड विमान में पीड़ित के परिवार के सदस्य साथ थे, जो वहां युवती को इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के समय से ही उसके साथ थे. युवती को बेहद गंभीर हालत में सिंगापुर ले जाया गया था. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़ित युवती के तीन आपरेशन किए गए थे. हमले के कारण उसके अंदरूनी अंगों में बहुत चोटें आई थीं. उसे इलाज के दौरान दिल का दौरा भी पड़ा और उसके मस्तिष्क में भी चोट लगी हुई थी.
सिंगापुर में पीड़ित के दम तोड़ने के बाद पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए हैं, जिसमें दुर्लभ से दुर्लभतम मामलों में मौत की सजा का प्रावधान है. पुलिस तीन जनवरी को आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करेगी. जांचकर्ताओं का कहना है कि वे दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग करेंगे. गौरतलब है कि फीजियोथरेपी की छात्रा का 16 दिसंबर की रात को नृशंस तरीके से दक्षिणी दिल्ली में एक चलती बस में कथित रूप से छह लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था. उसे इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बेहतर इलाज के लिए उसे बाद में सिंगापुर ले जाया गया था.
गैंगरेप का शिकार बनी लड़की के परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए और मामले के दोषियों को जल्द सजा दिलाने के लिए दिल्ली समेत देश के कई भागों में विरोध प्रदर्शन जारी है.
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