पूर्वी भारत का एकमात्र तितली उद्यान अब और भी रंगीन होने जा रहा है. प्रशासन की योजना इस उद्यान में और भी प्रजातियों का प्रजनन कराना है. यह उद्यान जमशेदपुर में टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी (टीएसजेडएस) के अंदर स्थित है. इस वक्त इस उद्यान में तितलियों की 12 प्रजातियां विद्यमान हैं.
टीएसजेडएस के निदेशक बिपुल चक्रवर्ती ने कहा कि फूलों में परागण की क्रिया में तितलियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. भोजन स्रोत के साथ तितलियां पारिस्थितिकी तंत्र की समृद्धि की भी सूचक हैं. चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘इस उद्यान को बनाने में साढ़े चार साल लग गए. इस उद्यान में 25 से ज्यादा प्रजातियां हैं जिनमें से 12 को परिसर के अंदर ही प्रजनन कराया गया है.’’चक्रवर्ती ने कहा कि पिछले साल साढ़े चार लाख लोगों ने इस उद्यान का भ्रमण किया था, इस साल यह आंकड़ा पांच लाख तक पहुंचने की उम्मीद है.
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