दिल्ली पुलिस को रविवार को इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यहां बीते कुछ दिनों से सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को इंडिया गेट के इलाके से हटा कर बसों में घुसाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच कुछ प्रदर्शनकारी जहां बस की छत पर चढ़ कर नारेबाजी करने लगे वहीं कई बस के नीचे लेट कर उसे आगे बढ़ने से रोकने लगे। कुछ गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बसों में तोड़फोड़ की और उसके टायर पंक्चर कर दिए।
नई दिल्ली में जंतर-मंतर को छोड़कर सभी हिस्से में धारा 144 लगा दी गई है। इस इलाके में चार से अधिक लोगों के एक स्थान पर जमा होने पर प्रतिबंध है। छिटपुट हाथापाई और बहस करने के अलावा पुलिस संयमित नजर आ रही थी। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से रामलीला मैदान या जंतर मंतर में प्रदर्शन करने का निवेदन किया। दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने और दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा की मांग करते हुए हजारों युवा पुरुष और महिलाएं शनिवार को रायसीना हिल के आसपास जमा हो गए थे। भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और पानी के फव्वारे छोड़ने पड़े थे जिससे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें