यूपीए की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के रिश्तों में दरार पड़ती नजर आ रही है. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस के धोखे जारी रहे तो समर्थन वापसी पर विचार हो सकता है. साथ ही उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव भी साथ न लड़ने के संकेत दे दिए हैं. पवार की नाराजगी की वजह अभी हाल ही संपन्न हुए गुजरात चुनाव बताए जा रहे हैं.
पवार का आरोप है कि गुजरात चुनाव में कांग्रेस ने एनसीपी के उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे. इसके चलते राज्य में भाजपा को हराना मुश्किल हो गया. कांग्रेस पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि अगर यही रवैया रहा तो दोनों दलों के गठबंधन पर एक बार फिर सोचना पड़ेगा.
गुजरात चुनाव में कांग्रेस के साथ हुए समझौते के मुताबिक एनसीपी ने नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें से पांच सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी भी खड़े हो गए जबकि चार सीटों पर कांग्रेस के बागी उम्मीदवारों ने भी चुनाव लड़ा. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव भी साथ न लड़ने के संकेत देते हुए कहा कि इसका असर 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के गठबंधन पर पड़ सकता है.
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