बैंकिंग सुधार कानून संशोधन विधेयक, 2011 के विरोध में गुरुवार को देशभर के बैंककर्मियों के हड़ताल पर चले जाने का असर बिहार में भी देखा गया। पटना सहित राज्य के सभी इलाकों में बैंक की शाखाएं नहीं खुलीं और एटीएम सेवा भी करीब-करीब ठप्प रही। जहां बैंक खुले भी तो हड़ताली बैंककर्मियों ने बंद करवा दिया।
युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की बिहार इकाई के सहायक सचिव संजय तिवारी ने हड़ताल को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि बिहार में इस हड़ताल से करीब 45,000 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार में करीब-करीब सभी बैंकों की शाखाओं में कार्य प्रभावित हुआ और एटीएम सेवा भी बाधित रही।
हड़ताल समर्थकों ने कहा कि केंद्र सरकार ने एकतरफा दिशा निर्देश जारी कर बैंक को विभिन्न समूहों में बांटकर उन समूहों के बैंकों मानव संसाधन, सूचना प्रौद्योगिकी और क्रेडिट की सामान नीतियां अपनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे बैंकों पर विलय का खतरा मंडरा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस हड़ताल में 26 पब्लिक सेक्टर बैंक, 12 निजी बैंक और आठ विदेशी बैंकों के संगठन शामिल हुए।
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