झारखंड के गुमला जिले के दो शिक्षकों के अपहरण और हत्या के विरोध में राज्य के प्राथमिक विद्यालय के एक लाख से अधिक शिक्षक मंगलवार से सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाएंगे। इन दो शिक्षकों को फिरौती की मांग पूरी न करने पर पिछले सप्ताह मार डाला गया था। झारखंड में स्कूल भवन निर्माण में हिस्सा ले रहे शिक्षक अपराधियों का निशाना बनाए जा रहे हैं। झारखंड प्राइमरी टीचर एसोसिएशन (जेपीटीए) ने सामूहिक आकस्मिक अवकाश का आह्वान किया है।
जेपीटीए के प्रवक्ता संजय कुमार ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, "हमारी मांग है कि शिक्षकों को स्कूल भवन के निर्माण कार्य जैसे गैर-शिक्षण कार्यो में नहीं लगाया जाना चाहिए। हम दो दिन के सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाएंगे।" जेपीटीए के महासचिव राम मूर्ति ठाकुर ने कहा, " राज्य सरकार ने शिक्षकों को ठेकेदार बना दिया है। शिक्षकों को गैर-शिक्षण कार्यो में लगाया जा रहा है। शिक्षकों से फिरौती की मांग की जा रही है और न देने पर हत्या की जा रही है। एक शिक्षक निर्माण कार्य जैसे गैर-शिक्षण कार्य में रह कर कैसे अच्छी शिक्षा दे सकता है।"
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को स्कूल भवन निर्माण कार्य, चाहरदीवरी निर्माण, हैंड पम्प लगाने और मध्याह्न भोजन से सम्बंधित कार्यो में लगाया जा रहा है।
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