पुणे में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने पीड़िता की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमें प्रण करना चाहिए कि हम सब मिलकर देश की महिलाओं की सुरक्षा और उनके सम्मान का ख्याल रखेंगे. राष्ट्रपति ने कहा कि वह एक बहादुर और साहसी लड़की थी, जो अंतिम समय तक अपनी गरिमा और जीवन के लिए लड़ती रही. वह सच्ची नायक और भारतीय युवाओं और महिलाओं में सर्वोत्तम प्रतीक है.
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पीड़िता की मौत को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए.उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं दोबारा कभी न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार हर सम्भव उपाय करेगी. राष्ट्रपति ने कहा कि नए साल पर हमें प्रण करना चाहिए कि हम सब मिलकर देश की महिलाओं की सुरक्षा और उनके सम्मान का ख्याल रखेंगे.
16 दिसंबर को दिल्ली में एक चलती बस में छह पुरुषों ने लड़की से सामूहिक बलात्कार किया और बाद में उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया. उसे लोहे की छड़ से पीटा भी किया गया था. मौत से पहले उसके ज्यादातर अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. छात्रा के पुरुष मित्र के उसे बचाने की कोशिश करने पर उसके साथ भी मारपीट की गई थी. फिलहाल सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और वे दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें