अपने शासन की हीरक जयंती मना रही ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने इतिहास रचा है. उन्होंने बड़े लंबे अरसे के बाद किसी ब्रिटिश सम्राट या महारानी के कैबिनेट मीटिंग में भाग लेने का इतिहास बनाया है. 10 डाउनिंग स्ट्रीट में आयोजित एक कैबिनेट मीटिंग में वो शरीक हुईं. उल्लेखनीय है कि 1781 के बाद यह पहला मौका है जब शांतिकाल के दौरान कैबिनेट मीटिंग में किसी ब्रिटिश सम्राट या महारानी ने शिरकत की. प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट के द्वार पर 86 वर्षीया महारानी का स्वागत किया और अंदर जाने से पहले फोटो के लिए पोज दिए.
महारानी ने मंत्रियों से मुलाकात की. मंत्रियों ने तख्त पर 60 साल तक आसीन होने पर उनकी हीरक जयंती पर उन्हें तोहफे दिए. नीले रंग का शाही कोट पहने वहां बैठीं जहां आम तौर पर प्रधानमंत्री बैठा करते हैं. कैमरन और विदेश मंत्री विलियम हेग उनके दोनों ओर बैठे. अंदर जाने के बाद महारानी को एक एक कर कैमरन सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों से परिचित कराया गया. परिचय के दौरान वरिष्ठ मंत्रियों ने झुक कर महारानी का अभिवादन किया. परिचय के दौरान महारानी ने चांसलर जार्ज ओसबोर्न, रक्षा मंत्री फिलिप हैमंड और उप प्रधानमंत्री निक क्लेग के साथ चुटकुलों का लुत्फ उठाया.
महारानी एलिजाबेथ से पहले जार्ज तृतीय 1781 में कैबिनेट बैठक में शरीक हुए थे. जार्ज प्रथम ने 1717 में कैबिनेट की अध्यक्षता का अपना अधिकार छोड़ा था. माना जाता है कि जार्ज तृतीय के बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय पहली शाही हस्ती हैं जिन्होंने शांतिकाल में किसी कैबिनेट बैठक में हिस्सा लिया है. बहरहाल, इतिहासकार जेन रिडली ने इसका खंडन किया है. उनका कहना है कि सम्राट जार्ज तृतीय कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेने वाले आखिरी ब्रिटिश सम्राट थे. हालांकि बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार महारानी के पिता सम्राट जार्ज षष्टम ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ‘वार कैबिनेट’ में शिरकत की थी.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें