संविधान पर प्रश्नचिह्न चिंतनीय : खुर्शीद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 23 दिसंबर 2012

संविधान पर प्रश्नचिह्न चिंतनीय : खुर्शीद


सलमान खुर्शीद
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने संविधान के मूलभूत तत्वों पर प्रश्नचिह्न खड़ा करने के हालिया परिपाटी पर असंतोष प्रकट करते हुए आशा व्यक्त की कि लोकसेवकों की जवाबदेही से जुड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा। खुर्शीद ने शनिवार को लोकसेवकों के लिए आयोजित पुरस्कार समारोह में कहा, "लोकसेवा के पुरुषों एवं महिलाओं से जांच एजेंसियां अदालत में पूछताछ कर रही हैं, जो बहुत ही कष्टकारक है।"

उत्कृष्ट कार्य के लिए लोकसेवकों को पुरस्कृत करते हुए खुर्शीद ने कहा, "चिंता की बात यह है कि संविधान के जिन मूलभूत सिद्धांतों को संविधाननिर्मातों ने स्थापित किया था उन पर अचानक नई पीढ़ी के लोगों के समूहों द्वारा प्रश्नचिह्न खड़ा किया जा रहा है।" विदेशी मंत्री ने कहा, "अभी मैं आप को नहीं बता सकता कि आप कैसा महसूस करते हैं, जब आप का साथी पीड़ित होता है। मेरे विचार से अगर आप ऐसे व्यक्ति के विषय में न सोचें तो यह अमानवीय होगा। लेकिन मेरे अध्ययन, मेरी संविधान के प्रति समझ के अनुसार आप की सुनवाई गलियों में नहीं होनी चाहिए।"

संसद में पूछताछ से लोकसेवकों को बचाने की मंत्रियों की जिम्मेदारी पर खुर्शीद ने कहा, "आज लोकसेवकों को व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह बनाया जा रहा है। यह निश्चित तौर पर निराशाजनक परिदृश्य है।" विदेश मंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के बेहतर क्रियावन्यन के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अनिल स्वरूप और जनजातीय समुदाय की सहायता से 100 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए आर्मस्ट्रांग पामे को दिया गया।

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