दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई 23 वर्षीया युवती की हालत में सुधार हो रहा है और वह मानसिक रूप से पूरी तरह संतुलित है लेकिन उसके शरीर में संक्रमण बढ़ने का खतरा बरकरार है। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक बी.डी.अथानी ने कहा, "उसके रक्त में श्वेत रक्त कणों (डब्ल्यूबीसी) की संख्या में सुधार हुआ है लेकिन प्लेटलेट काउंट शुक्रवार की अपेक्षा कम है। आज उसे प्लेटलेट वाला प्लाज्मा चढ़ाया जाना है। संक्रमण का खतरा बरकरार है।"
एक अन्य चिकित्सक ने कहा, "उसकी सेहत में सुधार है और शुक्रवार की अपेक्षा वह सतर्क है। वह काफी क्रियाशील है और बात कर रही है। उसने सुबह में पानी मांगा था। उसके प्लेटलेट काउंट में गिरावट आने की समस्या को छोड़कर सारे अंग काम कर रहे हैं।" अथानी के मुताबिक, उसे अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद से शनिवार को पहली बार मनोचिकित्सकों के एक दल ने उसकी स्थिति का आकलन किया।
उन्होंने कहा, "आज डॉ. कुलदीप कुमार और डॉ. अभिलाषा यादव के नेतृत्व में हमारे मनोरोग चिकित्सा विभाग के एक दल ने उसकी मन:स्थिति का जायजा लिया।" पीड़िता की मानसिक स्थिति के बारे में कुमार ने कहा, "हमने बड़ी आत्मीयता से उससे बात करने की कोशिश की और शुरुआती जांच में यह दिखा कि वह मानसिक रूप से शांत है।"
वरिष्ठ मनोचिकित्सक कुमार ने कहा, "उसमें सुधार आ रहा है लेकिन कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। वह मानसिक रूप से असधारण तरीके से स्थिर, आशावादी है और अच्छे भविष्य की उम्मीद कर रही है।" अभिलाषा ने कहा, "वह बहादुर लड़की है और सकारात्मक सोचती है तथा अपने भविष्य को लेकर आशावादी है। उसकी जैविक और मानसिक स्थिति सामान्य है। वह बिल्कुल संतुलित और शांत है।"
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