मुझे दुख है कि मैं पुरुष हूं : शाहरूख खान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 29 दिसंबर 2012

मुझे दुख है कि मैं पुरुष हूं : शाहरूख खान

Shahrukh Khan

 "मुझे काफी दुख है कि मैं इस समाज और संस्कृति का सदस्य हूं।" यह बात बॉलीवुड के सुपर स्टार शाहरूख खान ने शनिवार को सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 23 वर्षीय प्रशिक्षु फिजियोथेरेपिस्ट की मौत होने के बाद कही। उन्होंने यह भी कहा, "मुझे दुख है कि मैं एक पुरुष हूं।" 47 वर्षीय शाहरूख ने ट्विटर पर लिखा, "हम तुम्हें बचा नहीं सके, लेकिन तुम्हारी आवाज काफी दूर तक सुनाई पड़ रही है। वह आवाज हमें कह रहा है कि बलात्कार एक भूल नहीं है।"


एक 15 वर्षीय पुत्र आर्यन और 12 वर्षीय पुत्री सुहाना के पिता ने लिखा, "मुझे दुख है कि मैं एक पुरुष हूं। मैं वादा करता हूं कि मैं तुम्हारी आवाज के साथ लडूंगा। मैं महिलाओं की इज्जत करुं गा, ताकि मैं अपनी बेटी के लिए सम्मान पा सकूं।" 16 दिसम्बर को छह लोगों के सामूहिक दुराचार की भुक्तभोगी बनी युवती को चिकित्सा के लिए गुरुवार को सिंगापुर भेजा गया था। शनिवार सुबह उसने अंतिम सांसें लीं।

कोई टिप्पणी नहीं: