सशस्त्र सेनाएं नहीं मनाएंगी नए साल का जश्न - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 31 दिसंबर 2012

सशस्त्र सेनाएं नहीं मनाएंगी नए साल का जश्न


दिल्ली में हुई सामूहिक दुष्कर्म की निंदनीय घटना में अपनी जान गंवाने वाली युवती के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सशस्त्र सेनाओं और रक्षा मंत्रालय ने इस साल नए साल की पार्टी नहीं मनाने का फैसला किया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री एके एंटनी शांतिपूर्वक नए साल में प्रवेश करना चाहेंगे।


एक अधिकारी ने कहा कि इस सम्बंध में किसी तरह का आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किया गया, सभी ने जश्न नहीं मनाने का फैसला किया।थल सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह और उनकी पत्नी बब्ल्स सिंह आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पीटल एंड बेस हास्पीटल में मंगलवार को जाकर मरीजों से मिलेंगे और मिठाइयां बाटेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: