आंध्र प्रदेश में पृथक तेलंगाना राज्य के मुद्दे पर केंद्र सरकार की हीलाहवाली के खिलाफ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) द्वारा आहूत दिनभर के बंद के कारण शनिवार को तेलंगाना क्षेत्र में सामान्य जनजीवन थम-सा गया है। अधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन सेवा पंगु हो गई है, जबकि क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। तेलंगाना मुद्दे पर दिल्ली में शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक के परिणाम से असंतुष्ट टीआरएस ने बंद का आह्वान किया है।
टीआरएस का कहना है कि उसे केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के इन आश्वासनों पर भरोसा नहीं है कि केंद्र सरकार एक महीने में इस मुद्दे पर कोई निर्णय लेगी। तेलंगाना संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने भी बंद का समर्थन किया है। इसमें तेलंगाना समर्थक विभिन्न संगठन शामिल हैं। हैदराबाद में हालांकि आंशिक बंद है, लेकिन अन्य नौ जिलों में लगभग पूर्ण बंद है। राज्य सरकार के स्वामित्व वाले आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की सेवाएं क्षेत्र में ठप हो गई हैं, क्योंकि टीआरएस से सम्बद्ध कर्मचारी संगठन ने काम का बहिष्कार किया है।
हैदराबाद में एपीएसआरटीसी केवल आंशिक तौर पर शहरी सेवा का संचालन कर रहा है। आमतौर पर हमेशा व्यस्त रहने वाला हैदराबाद का महात्मा गांधी बस अड्डा और सिकंदराबाद में जुबली बस अड्डा वीरान पड़ा हुआ है, क्योंकि तेलंगाना के साथ ही आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के बीच चलने वाली बस सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। कुछ शहरों में एपीएसआरटीसी के कर्मचारियों ने बस अड्डों पर ताला लगा दिया है, ताकि प्रशासन बसों को बाहर न निकाल पाए। अन्य स्थानों पर टीआरएस और तेलंगाना समर्थक संगठनों के कार्यकर्ता बस अड्डों के बाहर धरना दे रहे हैं।
पुलिस ने करीमनगर, वारंगल, आदिलाबाद, निजामाबाद, मेडक और अन्य जिलों में टीआरएस के दर्जनों नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। टीआरएस नेता हरीश राव और उनके समर्थकों को सिकंदराबाद में जुबली बस अड्डे पर शनिवार तड़के उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब उन्होंने बसों को रोकने की कोशिश की। हैदराबाद के कुछ हिस्सों में यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा है, क्योंकि शहर में कई परिवहन सेवाएं ठप हैं। आटोरिक्शॉ चालकों का एक वर्ग भी इस बंद में शामिल है।
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