मायावती |
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए कड़ा कानून बनाया जाना चाहिए और दुष्कर्मियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार को सामूहिक दुष्कर्म के मामलों को गंभीरता से लेते हुए महिलाओं की सुरक्षा के लिए मौजूदा कानून में व्यापक परिवर्तन की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इस काम में ढुलमुल रवैया नहीं अपनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसा कानून बनाया जाना चाहिए जिससे अपराधी दुष्कर्म जैसी वारदात को अंजाम देने से पहले 10 बार सोचे। मायावती ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र भी लिखा था। उन्होंने कहा, "मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर यह गुजारिश की है कि दुष्कर्म के मामलों में वह कानून में बदलाव करने में देरी न करें और इसीलिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। दुष्कर्म के लिए यदि फांसी की सजा तय होती है तो बसपा उसका स्वागत करेगी।"
मायावती ने कहा कि दिल्ली में चलती बस में हुए सामूहिक दुष्कर्म से न केवल केंद्र सरकार को बल्कि उत्तर प्रदेश की सरकार को भी सबक लेनी चाहिए। बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में जब से समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार बनी है, तब से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं और शाम होने से पहले भी महिलाएं घर से निकलने में कतराती हैं। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के शुरुआती 10 महीने के कार्यकाल में दुष्कर्म के 1500 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
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