किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वाले बैंकों ने उससे तुरंत 800-1000 करोड़ रुपये चुकाने को कहा है। साथ ही एयरलाइन से ये भी पूछा गया है कि कंपनी में पूंजी कब तक डाली जाएगी। शुक्रवार को किंगफिशर एयरलाइंस की कर्ज देने वाले बैंकों के साथ बैठक थी जिसमें किंगफिशर को अपना रिवाइवल प्लान सौंपना था लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाई।
हालांकि बैठक में किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल और सीएफओ राजीव मौजूद थे और उन्होंने बैंकों पर पूंजी देने का काफी दबाव भी बनाया लेकिन बैंकों ने तुरंत कोई कर्ज देने से साफ इनकार कर दिया। बैठक में बैंकों ने एयरलाइन से आधा कर्ज चुकाने को कहा जिसमें कर्मचारियों की बकाया सैलरी, एयरपोर्ट्स और तेल कंपनियों का बकाया भी शामिल है।
अब इस महीने के आखिर में किंगफिशर और बैंकों की एक और बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। किंगफिशर पर बैंकों का करीब 7500 करोड़ रुपये बकाया है।
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