राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 108 पद्म पुरस्कारों का अनुमोदन किया। इनमें चार पद्म विभूषण, 24 पद्म भूषण और 80 पद्मश्री पुरस्कारों को अनुमोदन मिला है। पुरस्कार पाने वालों में इस बार 24 महिलाएं शामिल हैं। जिन चार शख्सियतों का चयन पद्म विभूषण के लिए किया गया है उनमें कला क्षेत्र से ओडिशा के रघुनाथ महापात्रा, कला क्षेत्र से ही दिल्ली के एस. हैदर रजा, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी क्षेत्र से उत्तर प्रदेश के प्रो. यशपाल और इसी क्षेत्र से कर्नाटक के प्रो. रोद्दाम नरसिम्हा शामिल हैं।
पद्म भूषण के लिए चयनित शख्सियतों में कला क्षेत्र से आंध्र प्रदेश के डा. रामानायडू दग्गूबती, तमिलनाडु की श्रीरामामूर्ति जानकी, महाराष्ट्र की डा. कनक रेले, दिल्ली की शर्मिला टैगोर व सरोजा वैद्यनाथन, पश्चिम बंगाल के अब्दुल राशिद खान, महाराष्ट्र के स्व. राजेश खन्ना, पंजाब के स्व. जसपाल सिंह भट्टी, जनसेवा क्षेत्र में महाराष्ट्र के शिवाजीराव गिरधर पाटील, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी क्षेत्र से दिल्ली के डा. ए.एस. पिल्लै, डा. विजय कुमार सररस्वत, उत्तर प्रदेश से डा. अशोक सेन, कर्नाटक से डा. बी.एन. सुरेश, अमेरिका में रहने वाले प्रो. सत्य नारायण अटलूरी व प्रो. जोगेश चंद्र पाटील, व्यापार एवं उद्योग क्षेत्र से तमिलनाडु के श्रीरामामूर्ति त्यागराजन, महाराष्ट्र से आदि बरजोर गोदरेज, चिकित्सा क्षेत्र से महाराष्ट्र के डा. नंदकिशोर शमराव लाउद, साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र से महाराष्ट्र के मंगेश पडगांवकर, अमेरिका में रहने वाली प्रो. गायत्री चक्रवर्ती स्पिवाक, नागरिक सेवा क्षेत्र से मध्य प्रदेश के हेमेंद्र सिंह पवार, दिल्ली के छा. महाराज कृष्ण भान, खेल क्षेत्र से कर्नाटक के राहुल द्रविड़ और मणिपुर की एच. मंगते चुंगनेइजांग मैरी कोम शामिल हैं।
पद्मश्री पुरस्कारों के लिए जिन 80 शख्सियतों का चयन किया गया है उनमें कला क्षेत्र से छत्तीसगढ़ के स्वामी जी.सीडी. भारती उर्फ भारती बंधु, कर्नाटक की बी. जयश्री, महाराष्ट्र की श्रीदेवी कपूर, पश्चिम बंगाल के पूरन दास बाउल, मध्य प्रदेश के निदा फाजली और राजस्थान के एस. शकीर अली भी शामिल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें