कर्पूरी जी पिछड़ो नही बल्कि जन-जन कि हितैषी, बेजुबानो के जुबान थे: उदय नारायण चैधरी
स्थानीय शहर के गौशाला प्रांगण में बिहार विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चैधरी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयन्ती समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि वे बिहार ही नहीं लोकतंत्र के पहले राजनेता हुए जो बहुमत दल का नेता होते हुए भी बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बने यह वाकया 1967 की है, जब महामाया प्रसाद सिन्हा मुख्यमंत्री बने और कर्पूरी जी उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री बने । उन्होने आजीवन शोषित,पीडि़त,दलितो व पिछड़ो के उत्थान के लिए काम करते रहे, बावजूद इन सबके उन्होंने विद्वता की हमेशा कद्र की । उन्होने सर्व प्रथम गाँधी मैदान में 92000 अभियन्ताओं को एक साथ नियुक्तिपत्र वितरण किया था। उनके प्रति सच्ची श्रद्धंाजलि यह होगी कि उनके बताये मार्ग पर चल कर समाज की विषमता को दूर करे। उन्होने अंग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त की और क्षेत्रीय भाषा तथा हिन्दी को प्रमुखता दी, उनका मानना था कि देश की एक भाषा भी होनी चाहिए, हम रूस, चीन, जापान व अन्य राष्ट्रो में जाकर वहाँ अंगेजी में बात करे तो लोग बात नहीं करेंगे तो हमें अंग्रेजी की बाध्यता क्यांे? श्री चैधरी ने कहा कि वे बेजुबानों की जुबान थे। आज नीतीश कुमार उनके शिष्य रहे है और उन्होनें भी शिक्षा पर बहुत जो दिया है। शिक्षा खासकर महिला शिक्षा को बढाने के लिए साईकिल व पोशाक योजना चलाया है। कर्पूरी जी के प्रति उनकी सच्ची श्रद्धान्जलि है। विधानसभा अध्यक्ष ने ̏जन नायक˝ कर्पूरी ठाकुर की जयन्ती पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया। जयन्ती समारोह के वक्ताओं ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग भारत सरकार से की है। जिसका प्रस्ताव भी बिहार सरकार ने केन्द्र सरकार को भेजा है। कार्यक्रम का आयोजन सोसाईटी फाॅर वेलफेयर एण्ड एजुकेशनल प्रोग्राम नामक संस्था ने किया। सर्वप्रथम विधान सभा अध्यक्ष उदयनरायण चैधरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। जिसमें उनके साथ वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र के सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो, विधायक मनोरमा देवी, सतीश चन्द्र दूबे, डाॅ.एनएन शाही, राजन मिश्र, प्रदीप सिंह, अलखदेव पासवान समेत अन्य सम्मानित जन नजर आये। जयन्ती समारोह को सम्बोधित करने वालो में प्रभू प्रसाद कुशवाहा, एहसान अली अंसारी, भागवत ठाकुर, मदन पटेल, प्रेमनारायण ओझा, सूरज सहनी, अनील कुमार, मनोज वर्मा, प्रो.अरविन्द कुमार वर्मा, प्रो.भागवत उपाध्याय,महम्मद सलाउद्दीन, डाॅ. रामप्रकाश कुशवाहा, ठाकुर त्यागी मुख्य है। कार्यक्रम के समाप्त पर गरीबो व विकलांगो के बीच कम्बल का वितरण किया गया।
कर्पूरी ठाकुर के सान्ध्यि में रहने वालों को किया सम्मानित
कर्पूर ठाकुर जयन्ती समारोह में कर्पूरी ठाकुर के साथ काम करने वाले व उनके अनन्य सहयोगियों को स्वेप नामक संस्था ने सम्मानित किया। जिन्हे सम्मानित किया विधान सभा अध्यक्ष उदयनारायण चैधरी ने, अंगवस्त्र व माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। श्री चैधरी ने डाॅ. राम प्रकाश कुशवाहा, रामदेव महतो, ठाकुर त्यागी, भागवत ठाकुर, रमानन्द कुशवाहा, महम्मद सलाउद्दीन, विद्या प्रसाद के नाम उल्लेखनीय है। सम्मान समारोह के वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार महिला आरक्षण 33 प्रतिशत देने में कितनी भेदभाव बरत रही है यह जग जाहिर है, लेकिन कर्पूरी जी के मार्ग पर नीतीश जी कदम बढाकर 50 प्रतिशत महिला आरक्षण बिहार में दे चुके है। श्री ठाकुर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि उनके बताये मार्ग व विचारों के अनुशरण करनी होगी।
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स्थानीय प्रखण्ड कार्यालय में 25 जनवरी 2013 को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। इस मौके पर अनुमण्डल पदाधिकारी महमूद आलम, बीडीओ बीबी निराला, भूमि सुधार उपसमाहर्ता शम्भूशरण पाण्डेय समेत प्रखण्ड के निर्वाचन से जुडे़ तमाम कर्मी मौजूद रहे।
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प्रखण्ड के रूपवलिया निवासी सहायक शिक्षक मस्ताक अहमद ने सांसद वाल्मीकिनगर को आवेदन देते हुए नरकटियागंज प्रखण्ड के 34540 शिक्षको के चार माह से लम्बीत वेतन की मांग करते हुए। खेद व्यक्त किया है कि विगत वर्ष 2012 के फरवरी से अगस्त तक का भुगतान मिल चुका है, लेकिन सितम्बर 2012 से दिसम्बर 2012 तक का वेतन अप्राप्त है, ऐसे में अधिकारियोें का रवैया सहयोगात्मक नहीं हैं। सांसद महोदय से पहल कर शिक्षको का वेतन भुगतान शीघ्र करने की गुहार मुस्ताक अहमद ने लगायी हैं।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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