44 वीं बार रणजी फाइनल में मुम्बई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 21 जनवरी 2013

44 वीं बार रणजी फाइनल में मुम्बई


मुम्बई ने एअरफोर्स मैदान पर खेले गए रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले के छठे दिन सोमवार को पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर सर्विसेज को पीछे छोड़ते हुए फाइनल में जगह बना ली है। फाइनल में उसका सामना सौराष्ट्र के साथ होगा, जिसने रविवार को पंजाब को पराजित किया था। मुम्बई ने अपनी पहली पारी आठ विकेट पर 454 रनों पर घोषित की थी। इसके बाद उसने सर्विसेज की पहली पारी 240 रनों पर समेट दी। मुम्बई की ओर से धवल कुलकर्णी ने पांच विकेट लिए जबकि शार्दुल ठाकुर को तीन सफलता मिली।

सर्विसेज ने पांचवें दिन का खेल खत्म होने तक 164 रनों के कुल योग पर तीन विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद सर्विसेज की पारी 240 रनों पर सिमट गई। उसके लिए कप्तान सौम्य स्वैन ने सबसे अधिक 74 रन बनाए जबकि यशपाल सिंह ने 58 रनों का योगदान दिया। बारिश और मैदान गीला होने के कारण शुक्रवार और शनिवार को एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी। ऐसे में यह मैच छठे दिन तक खिंचा। 

कोई टिप्पणी नहीं: