भारतीय सेना के दो जवानों की बर्बरता से हत्या करने के बाद सेना में गुस्सा है। अपने साथी को खो देने वाली राजपूताना राइफल्स के जवानों ने तीसरे दिन भी खाना नहीं खाया। भारतीय सैनिकों ने अधिकारियों पर पाक से बदला लेने के लिए दबाव भी डाला। वहीं कश्मीर सहित भारत के कई जगहों पर पाक की इस शर्मनाक हरकत पर विरोध प्रदर्शन भी हुए। भारतीय सेना ने कहा है कि यदि इस तरह की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई दोबारा हुई तो पाक मुाqश्कल में पड़ सकता है। इस बीच पाक सेना ने जनवरी में चौथी बार युद्ध विराम का उल्लंघन करते हुए कृष्णाघाटी सीमा पर गोलीबारी की। सेना ने इस मामले में हुई चूक पर भी गुरुवार को एक बैठक की है।
पुंछ में तैनात एक भारतीय जवान ने कहा कि पाक सेना ने उनके दो साथियों को बर्बरता से मार डाला और हम कुछ नहीं कर सके। जवानों ने साफ कहा कि उन्हें इस हत्या का बदला चाहिए जिसके लिए उन्हें अधिकारियों के आदेश की जरूरत है। वहीं एक सैन्य अधिकारी ने कहा है कि उन्हें जवानों की भावनाओं के बारे में पता है, अपने साथियों को खो देने के बाद उनके मन में रोष है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हम इसका जवाब देंगे। हालांकि उन्हें यह बताने से मना कर दिया कि ऐसा कब होगा। अपने साथियों की बर्बर मौत से दुख और गुस्से से भरे १३ राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के जवानों ने गुरुवार को तीसरे दिन भी खाना नहीं खाया। उनकी मेस में खाना ही नहीं बना। सभी जवान बिना खाए-पीए ही डयूटी दे रहे हैं। उनका आला अधिकारियों से बार-बार यही कहना है कि उन्हें भी जवाबी कार्रवाई का आदेश दिया जाए।
सैन्य प्रशासन ने पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा नियंत्रण रेखा से ६०० मीटर अंदर आकर दो भारतीय जवानों की हत्या करने के मामले की जांच बैठा दी है। रक्षा मंत्रालय या सैन्य अधिकारियों ने इस बारे में कुछ भी कहने से इन्कार किया है, लेकिन सैन्य सूत्रों के अनुसार गत बुधवार को राजौरी स्थित सेना की २५वीं डिवीजन के मुख्यालय में एक आपात बैठक हुई। इसमें इस बात पर चर्चा हुई कि आखिर किसकी चूक से पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सीमा में दिंरदगी को अंजाम देकर अपने इलाके में सकुशल लौट गए। बैठक में उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंनट जनरल केटी परनायक व १६वीं कोर के प्रमुख लेफ्टिनेंनट जनरल हुड्डा के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। भाजपा, शिवसेना सहित अन्य पार्टियों ने भी भारत को पाक की इस बर्बर कार्रवाई का कड़ा जवाब देने की बात तक कह डाली। वहीं अन्ना ने भी कहा कि एक बार आर-पार हो जाए, तभी पाकिस्तान को समझ आएगी, इससे पहले वह नहीं मानने वाला है। अपनी शर्मनाक पाक ने एलओसी पर दो दर्जन से ज्यादा भारतीय ट्रकों को रोक कर व्यापारिक रिश्तों को भी खत्म करने की तरफ कदम बढ़ा दिया है।
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