मीडिया, कानून और सामाजिक क्षेत्रों के लोगों ने सुझाव दिया है कि देश में मीडिया के दुरूपयोग पर नजर रखने के लिए संवैधानिक अधिकार वाले एक नियामक के गठन की जरूरत है।
इन क्षेत्रों के प्रमुख लोगों ने मीडिया को लेकर आयोजित एक समारोह में सोमवार को अपने विचार रखे। यह समारोह ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की ओर से आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल से पारंपरिक मीडिया के ढांचे के सामने नयी तरह-तरह चुनौतियां पैदा हुई हैं। कुछ लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि टीवी, पिंट्र और इंटरनेट के लिए अलग-अलग मापदंड नहीं हो सकते।
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