राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपियों को मृत्युदंड देने की मांग करते हुए मौत की शिकार हुई पीड़िता का नाम उजागर कर दिया। लालू ने एक कार्यक्रम में श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए कहा, ''मैं बलिया (उत्तर प्रदेश) जाकर पीड़िता के परिजनों और उसके पिता से मिला। उन्होंने बताया कि पीड़ित युवती के साथ किस तरह क्रूरता बरती गई। शोक में डूबे पिता ने मुझे अपनी का नाम बताया।''
महिला सशक्तीकरण पर फिक्की के महिला संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ''यदि पीड़ित युवती जीवित रहती तो आप उसका नाम नहीं ले सकते थे लेकिन अब वह इस दुनिया में नहीं है।'' गौरतलब है कि केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पिछले महीने कहा था कि वह पीड़िता के नाम का खुलासा किए जाने के पक्ष में नहीं हैं।
लालू प्रसाद ने यह बताते हुए कि अरब देशों में शैतानों को पत्थर मार-मार कर जान ले ली जाती है, उन्होंने मांग की कि इस मामले के दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए तथा दुष्कर्म एवं महिलाओं के विरुद्ध अन्य अपराधों के लिए कानून को सख्त बनाने का अह्वान किया। उन्होंने कहा, ''यदि सीता का अपहरण करने के कारण रावण की जान ली जा सकती है तो इन शैतानों को फांसी पर क्यों नहीं लटका दिया जाना चाहिए।'' उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 16 दिसंबर की रात चलती बस में 23 वर्षीया युवती के साथ छह लोगों ने दुष्कर्म किया था और विरोध करने पर उसकी बुरी तरह पिटाई की थी। विशेष इलाज के लिए उसे सिंगापुर के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां 29 दिसंबर को उसकी मौत हो गई।
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