भारत ने शनिवार को स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार भारतीय जवानों की हत्या और उकसावे की कार्रवाई पर उसकी प्रतिक्रिया अमेरिका या अन्य किसी देश से प्रभावित नहीं है। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत-पाक वार्ता प्रक्रिया में समीक्षा अंतर्निहित रूप से शामिल है। उनके इस बयान से संकेत मिला कि मौजूदा हालात में नये सिरे से किसी तरह की समीक्षा का दबाव नहीं है।
खुर्शीद से एक टीवी शो में पूछने पर कि क्या पाकिस्तान से जुड़े मसलों पर भारत पर अमेरिका का प्रभाव है तो उन्होंने कहा कि हम अमेरिका समेत किसी से भी प्रभावित नहीं हैं। न तो अमेरिका हमें प्रभावित करता है और ना ही उसकी ऐसी कोई आकांक्षा है कि वह ऐसा कर सकता है।
मंत्री ने कहा कि लेकिन यह सच है कि चाहे अमेरिका हो, रूस, चीन, कनाडा, ईरान, सउदी अरब या मलेशिया हो। हम सभी से बात करते हैं। दोनों देशों के बीच वार्ता प्रक्रिया की समीक्षा की जरूरत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि समय समय पर समीक्षाएं होती हैं क्योंकि यह वार्ता प्रक्रिया का अंतर्निहित हिस्सा हैं। इंडियन हॉकी लीग खेलने भारत आए पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वापस भेजे जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि इस विषय पर कांग्रेस और भाजपा दोनों एकमत थे। उन्होंने कहा कि यह समाज का फैसला है और सरकार समाज के फैसले को मंजूर करती है क्योंकि यह लोकतांत्रिक सरकार है। खुर्शीद ने यह भी कहा कि भारत उन 20 से अधिक आतंकवादियों को सौंपे जाने की मांग पर नरम नहीं पड़ेगा जिन्होंने पाकिस्तान में शरण ले रखी है। उन्होंने कहा कि हम दबाव में नहीं आएंगे और उनके साथ बातचीत में हम रणनीति के तहत इन मांगों को रखते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें