राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नया अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्हें बधाई देते हुए, उनके पूर्ववर्ती नितिन गडकरी ने बुधवार को आरोप लगाया कि उनके खिलाफ हुई 'राजनीतिक साजिश' के कारण उन्होंने दोबारा अध्यक्ष न बनने का फैसला किया। गडकरी ने यहां कहा, "मैं उन्हें (राजनाथ सिंह) बधाई देता हूं। मैंने उनके नेतृत्व में काम किया है.. उनके पास इतनी क्षमता है कि उनके नेतृत्व में हम 2014 का चुनाव जीत सकते हैं।"
गडकरी ने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा, "जहां तक दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने का सवाल है, एक राजनीतिक साजिश के तहत मेरा नाम एक ऐसे मुद्दे से जोड़ने की कोशिश हुई है, जिससे मेरा सम्बंध नहीं रहा है।" गडकरी के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों में पूर्ति समूह के अध्यक्ष के रूप में अनुचित व्यापारिक लेन-देन और जमीन हड़पने जैसे आरोप शामिल हैं। उन्होंने हालांकि यह कहते हुए सभी आरोपों से इंकार किया है कि वह पूर्ति समूह से नहीं जुड़े हुए हैं।
आयकर विभाग ने मंगलवार को मुम्बई में नौ ठिकानों पर छानबीन की, जो पूर्ति समूह से सम्बंधित छद्म कम्पनियों से सम्बंधित थे। समूह ने हालांकि कहा है कि जिन कम्पनियों में छापे मारे गए, वे उससे सम्बंधित नहीं हैं। गडकरी ने कहा, "कल भी इसी तरह की एक कोशिश की गई और मैंने महसूस किया कि वे मेरा इस्तेमाल कर मेरी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।"
गडकरी ने कहा कि वह पार्टी हित को खुद से आगे रखना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने दूसरा कार्यकाल न सम्भालने का निर्णय लिया। गडकरी ने कहा, "मुझे लगा कि पार्टी सबसे आगे रहनी चाहिए। आर्थिक स्थिति खराब है, महंगाई बहुत अधिक है, विदेशी पूंजी भंडार खाली है, और विदेशी निवेश नहीं आ रहा है। ऐसी स्थिति में यदि जनता किसी विकल्प की तलाश में है, तो वह मानती हैं कि भाजपा के पास हालात बदलने की क्षमता है।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें