त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार को ढ़ाई लाख रुपए से भी कम मूल्य की चल-अचल संपत्ति के साथ देश का सबसे स्वच्छ एवं निर्धनतम मुख्यमंत्री कहा जा सकता है। विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को धानपुर निर्वाचन क्षेत्र में नामांकन भरने के दौरान उनके द्वारा पेश हलफनामे के मुताबिक उनके पास 1080 रुपए नकद तथा बैंक में 9720 रुपए हैं। उन्हें अपनी माता अंजलि सरकार से पैतृक संपत्ति के रूप में 432 वर्ग फुट का घर मिला था, जिस पर छत के रूप में टिन की चादर है। यह वर्तमान बाजार मूल्य के अनुसार 2,20,000 रुपए की संपत्ति है।
माणिक सरकार की पत्नी पंचालि भट्टाचार्य सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं और उनके पास 23,58,380 रुपए की जमा राशि, 72 हजार रुपए का 20 ग्राम सोना तथा 22015 रुपए नकद है। उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पंचालि को सेवानिवृत्ति लाभ के रुपए में यह धनराशि मिली। इस दंपति के पास चल संपत्ति नहीं है। हालांकि उनकी अचल संपत्ति और नकद राशि दोनों मिलाकर 24,52,395 रुपए की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की प्रदेश समिति के सदस्य और राज्य में पार्टी का हिसाब किताब रखने वाले हरिपदा दास ने बताया कि पार्टी के अन्य सदस्यों की भांति सरकार भी अपनी पूरी तनख्वाह एवं भत्ते पार्टी को दे देते हैं और पार्टी उन्हें 5000 रुपए गुजारा भत्ता देती है।
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