यहां चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर में शनिवार को राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष चुन लिया गया। इस तरह पार्टी में अब उनका ओहदा अध्यक्ष सोनिया गांधी के बाद दूसरे नंबर का हो गया है। यह फैसला कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में लिया गया। पार्टी प्रवक्ता जर्नादन द्विवेदी ने संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे अध्यक्ष ने अपनी मंजूरी दे दी। इसके बाद राहुल गांधी ने इस पद को स्वीकार कर लिया।
द्विवेदी ने कहा कि इस फैसले से पार्टी को मजबूती मिलेगी और पार्टी अध्यक्ष का हाथ मजबूत होगा। राहुल पार्टी में अब तक महासचिव का पद संभाल रहे थे। कांग्रेस में कुल 10 महासचिव हैं। अब राहुल का ओहदा इन महासचिवों से ऊपर हो गया है। इससे पूर्व, शुक्रवार को रणनीति सत्र में हिस्सा ले रहे युवक कांग्रेस व भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के 130 से अधिक युवाओं ने राहुल गांधी के लिए पार्टी में बड़ी भूमिका की मांग की थी।
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