नोबेल पुरस्कार विजेता और कोलम्बिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जोसेफ ई. स्टीग्लिट्ज ने मंगलवार को बिहार में न्याय के साथ विकास की सराहना करते हुए कहा कि बिहार के विकास मॉडल से सीख ली जा सकती है। पटना में मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि बिहार की खुशहाली में दृढ़ संकल्पित मानव संसाधन का समग्र प्रयास दिखता है। आज पूरा बिहार आगे बढ़ रहा है। पिछड़े राज्यों के लिए बिहार का समावेशी विकास मॉडल अनुकरणीय है।
अर्थशास्त्री स्टीग्लिट्ज के सपत्नीक मुख्यमंत्री आवास पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने गर्मजोशी के साथ स्टीग्लिट्ज एवं उनकी धर्मपत्नी का स्वागत किया तथा अपने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों से बारी-बारी से उनका परिचय कराया।
स्टीग्लिट्ज मुख्यमंत्री आवास पर लगभग एक घंटे तक रुके और मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री के साथ आर्थिक, सामाजिक विकास विषयों पर लम्बी वार्ता की। विकास का लाभ कैसे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिये विचारों का आदान-प्रदान किया। स्टीग्लिट्ज एवं उनकी पत्नी आन्या स्टीग्लिट्ज ने मुख्यमंत्री के साथ बिहारी भोजन का भी आनंद लिया।
वार्ता के क्रम में मुख्यमंत्री ने स्टीग्लिट्ज को बिहार के गौरवपूर्ण अतीत एवं बिहार के पर्यटक स्थलों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अनेक सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत हैं। बिहार अपनी इन विरासतों को विकसित कर देश-विदेश के पर्यटकों को राज्य की ओर आकृष्ट कर रहा है। उन्होंने इस मौके पर नालंदा विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना के लिये किये जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी। वार्ता के क्रम में बिहार में गरीबी उन्मूलन और बेकारी की समस्या के निदान के लिये चलए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने स्टीग्लिट्ज एवं उनकी पत्नी को नालंदा विश्वविद्यालय का सील प्रतीक चिह्न के रूप में भेंट किया तथा उन्हें मधुबनी पेंटिंग पर आधारित सिल्क का शाल एवं साड़ी उपहारस्वरूप भेंट किया। इस अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के मंत्रीगण उपस्थित थे।
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