दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म मामले में आज दिल्ली पुलिस आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। दिल्ली पुलिस ने सभी छह आरोपियों पर अपहरण, दुष्कर्म और हत्या समेत आईपीसी की नौ धारायें लगाई है। तकरीबन एक हजार पन्नों में दर्ज की ई-चार्जशीट दिल्ली के साकेत कोर्ट में दाखिल की जायेगी।
इंडियन पीनल कोड यानि आईपीसी की ये वो धाराएं हैं जो दिल्ली पुलिस ने पैरामेडिकल की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में दायर की जाने वाली चार्जशीट में आरोपियों पर दर्ज की हैं। तकरीबन 1000 पन्ने में दर्ज हुई इस चार्जशीट में आरोपियों के हर उस गुनाह को दर्ज किया है, जिससे वारदात के तमाम पहलुओं पर पूरी रोशनी पड़ सके। चार्जशीट तैयार करते वक्त पुलिस ने इस बात का भी खास ख्याल रखा है कि उस रात के अंधेरे का पूरा सच अंधेरे में ही न रह जाये, इसलिए लडकी के बयान के अलावा लड़की के दोस्त की बातों को पुख्ता सबूतों के साथ रखा है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने चार्जशीट में उस रात की हर बात को बड़ी ही बारीकी से रखा है। कैसे उस रात पीड़िता और उसका दोस्त मुनिरका में बस पर सवार हुए थे, उस वक्त आरोपी कैसे-कैसे और कहां-कहां बैठे थे। कैसे आरोपियों ने लड़की के साथ छेड़खानी शुरू की और कैसे लड़की के दोस्त ने उन्हें रोकने की कोशिश में उनके साथ हाथापाई तक की। चार्जशीट में उन सबूतों का खास तौर पर जिक्र है जिसे वारदात के बाद मुख्य आरोपी राम सिंह नष्ट करना चाहता था। लड़की और उसके दोस्त ने जिस मॉल में शाम 5.30 बजे से 8.30 बजे तक का वक्त बिताया था, वहां की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने हासिल कर ली है और उसका जिक्र खास तौर पर चार्जशीट में है।
आरोपियों ने पीड़ित के दोस्त का फोन तक छीन लिया था, जिसपर वारदात के दौरान दो कॉल्स भी आई थी, उसका ब्योरा भी चार्जशीट में दर्ज किया गया है जो पुलिस के लिए एक अहम सबूत भी है। चार्जशीट में लड़की के उस बयान का भी जिक्र है जिसके मुताबिक आरोपियों ने कैसे उसके साथ दरिंदगी की, कैसे उसकी और उस के दोस्त की पिटाई की और कैसे अपने बचाव में लड़की ने तीन आरोपियों को दांत से काटा था और इन सबसे अलग लड़की का वह आखिरी बयान भी चार्जशीट का अहम हिस्सा है जिसमें उसने तमाम आरोपियों को सख्त सजा देने की गुहार लगाई है।
इस चार्जशीट को तैयार करने में पुलिस ने 40 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज किये हैं। पुलिस ने इस दस्तावेज के लिए फॉरेंसिक सबूतों को खास तवज्जो दी है इसमें बस में मिले बाल, पीड़ित के नाखून में फंसा आरोपियों का मांस और खून की डीएनए रिपोर्ट है। ये चार्जशीट ही पुलिस का वह हथियार है जो आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने का जरिया बनेगी।
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