जंतर मंतर पर दामिनी प्रदर्शन जारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 14 जनवरी 2013

जंतर मंतर पर दामिनी प्रदर्शन जारी


राष्ट्रीय राजधानी में सामूहिक दुष्कर्म की भयानक घटना के लगभग एक महीना बाद भी दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन जारी है। इस घटना ने समूचे देश को झकझोर दिया था। प्रदर्शनकारी महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून को सख्त बनाने की मांग कर रहे हैं। जंतर मंतर पर 22 दिसंबर से ही लगातार प्रदर्शन का दावा करने वाले 14 उत्साही युवाओं में से एक सुमन ने कहा, "हम सरकार को बताना चाहते हैं कि हमारे भीतर कितना आक्रोश है। जब तक व्यवस्था में परिवर्तन नहीं हो जाता तब तक हम यहां आना जारी रखेंगे।"

सुमन 22 दिसंबर को प्रदर्शनकारियों पर किए गए लाठीचार्ज और पानी की बौछरों को याद करते हुए कहती हैं कि पुलिस के दमनकारी रवैये ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों के युवाओं को एकता के सूत्र में बांध दिया है। एक छात्र विक्रम ने कहा, "हम एक-दूसरे को जानते तक नहीं, लेकिन पुलिस की हिंसा हमें यहां खींच लाती है। अब जंतर मंतर पर आने से पहले हम एक-दूसरे के साथ सलाह-मशविरा करते हैं।" उनके चेहरों पर भारी विषाद है, फिर भी वे अपना प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं।

विक्रम ने कहा, "अधिकांश स्वयंसेवी संगठनों के सदस्य यहां सुबह में आते हैं और सात-आठ बजे रात तक रहते हैं। हम कड़ाके की ठंड को झेलते हुए प्रदर्शन करते हैं। अब हम जान गए हैं कि कौन वास्तविक प्रदर्शनकारी है और कौन नहीं है।" उत्तर प्रदेश से आए बाबू सिंह यहां लगभग 20 दिनों से अनशन कर रहे थे। उन्होंने शनिवार को अनशन तोड़ दिया लेकिन कहते हैं कि जब तक महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार कड़ा कानून नहीं लाती है तब तक वह इस ऐतिहासिक जंतर-मंतर से नहीं हटेंगे।

विभिन्न गैर सरकारी संगठनों से जुड़ीं कई महिला प्रदर्शनकारी भी रविवार को जंतर मंतर पर मौजूद थीं। वे 16 दिसंबर को चलती बस में क्रूरतापूर्वक सामूहिक दुष्कर्म को झेलने के बाद मौत की शिकार हुई 23 वर्षीया पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रही हैं।

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