बस्तर के सुकमा जिले में बे लगाम हो चुके नक्सलियों ने शुक्रवार को वायुसेना के हेलीकाप्टर को निशाना बनाया और गोलियां चलाई जिसमें एक वायरलेस आपरेटर घायल हो गया. इसके पहले नक्सलियों ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के पुलिस दल पर हमला कर दिया था जिसमें एक जवान शहीद हो गया था और तीन जवान घायल हो गए थे. यह हेलीकाप्टर इस मुठभेड़ में घायल जवानों को लेने गया था. इस गोलीबारी की वजह से पायलट को टिमिरवाड़ा के जंगलों में हेलीकाप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. हेलीकाप्टर के चारों तरफ सीआर पीएफका पहरा बिठा दिया गया है.
दरअसल सुकमा जिले के दोरनापाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत टिमिरवाड़ा गांव के पास नक्सलियों ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के पुलिस दल पर हमला कर दिया जिसमें एक जवान शहीद हो गया. हेलीकाप्टर इस मुठभेड़ में घायलों को लेने के लिए जगदलपुर से सुकमा गया था, मगर घात लगाए नक्सलियों ने हेलीकाप्टर पर ही हमला कर दिया. नक्सल मामलों के अतिरिक्त महानिदेशक मुकेश गुप्ता ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस पार्टी घटना स्थल पर पहुंच चुकी है. उन्होंने दावा किया कि जंगल में हेलीकाप्टर और उसके पायलट सहित सभी सात सवार सुरक्षित हैं. सिर्फ एक आपरेटर घायल हुआ है.
दोपहर बाद अचानक हुए घटनाक्रम में सुकमा जिले के तिमिलवाड़ा में दोपहर तीन बजे चिंतलनार गुफा इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई. नक्सली इस वारदात के बाद छुप गए, मगर जब घायलों को लाने के लिए वायुसेना के एक हेलीकाप्टर ने उड़ान भरी और वह जंगल में लैंडिंग के लिए मंडराने लगा तो हेलीकाप्टर पर नक्सलियों ने जम कर गोलीबारी कर दी. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की थी. इससे नक्सली वहां से भाग गए.
रात को रायपुर आई पुष्ट खबर के मुताबिक हेलीकाप्टर को सुकमा में सुरक्षित उतार लिया गया है. यह हेलीकाप्टर वायुसेना का था जिसकी इमरजेंसी लैंडिंग करा कर पायलट ने एक बड़ी घटना को टाला. हालांकि हेलीकाप्टर के बंधक होने की अफवाह दिल्ली तक फैली. इसके बाद हड़कंप मच गया और पाया गया कि एटीसी से एक घंटे से संपर्क टूटा था जो अब बहाल हो गया. पुलिस अफसरों ने इस बात से इनकार किया कि नक्सलियों ने हेलीकाप्टर को अपने कब्जे में ले लिया था. हालांकि हेलिकाप्टर के अचानक रडार से गायब होने से सबके होश उड़ गए थे.
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