नाम का खुलासा करने पर आपत्ति नहीं : भाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 3 जनवरी 2013

नाम का खुलासा करने पर आपत्ति नहीं : भाई


दिल्ली में चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई 23 वर्षीय युवती के भाई ने बुधवार को कहा कि अगर पीड़िता के नाम का खुलासा होता है तो उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। उत्तर प्रदेश के बलिया से पीड़िता के भाई ने फोन पर आईएएनएस से कहा, "अगर उसके नाम का खुलासा होता है तो हमें इस पर आपत्ति नहीं।" पीड़िता का परिवार अस्थायी रूप से दिल्ली से अपने गांव चला गया है। भाई ने कहा, "अगर संशोधित दुष्कर्म निरोधी कानून का नाम उसके नाम से रखा जाता है तो इस पर भी उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।"

पीड़िता के 20 वर्षीय भाई ने कहा, "अगर ऐसा होता है तो यह मेरी बहन के लिए एक सम्मान होगा।"  उन्होंने कहा, "अगर सरकार यह घोषणा करती है कि कानून का नाम उसके नाम पर रखा गया है तो इसमें हमें कोई दिक्कत नहीं है।" पीड़िता के पिता ने एक टेलीविजन चैनल से कहा कि अगर उसके नाम पर कानून का नामकरण होता है तो यह अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा, "यह उसके साहस का सम्मान होगा।"

केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री शशि थरूर ने मंगलवार को ट्वीट किया था कि अगर परिवार को आपत्ति न हो तो संशोधित दुष्कर्म कानून को पीड़िता के नाम पर रखा जा सकता है।  दुष्कर्म के ठीक दो सप्ताह बाद 30 दिसम्बर को दिल्ली में पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था। पीड़िता के भाई ने कहा कि अभी वे अपनी बहन के अंतिम संस्कार में जुटे हैं। उन्होंने आईएएनएस से कहा कि मंगलवार को उसकी अस्थियां बिहार के बक्सर में गंगा नदी में प्रवाहित की गई। 

उन्होंने कहा कि मां की हालत अब स्थिर है और वह 'हल्का भोजन' ले रही हैं। ज्ञात हो कि 23 वर्षीय युवती के साथ 16 दिसम्बर की रात छह आतताइयों ने एक चलती बस में दुष्कर्म किया था। पहले उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया। इलाज के दौरान 29 दिसम्बर को सिंगापुर में उसका निधन हो गया। दिल्ली में 30 दिसम्बर को उसका अंतिम संस्कार किया गया। 

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