भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी सबा करीम ने मंगलवार को कहा कि बच्चों की मौलिकता तभी उभर पाती है, जब उनका स्वभाविक विकास होता है। बच्चे थोपी गई चीजों को लेकर अधिक दूर का सफर तय नहीं कर सकते जबकि उनके मन की बात हो तो काफी दूरी तक दौड़ लगा सकते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता करीम ने पटना के बाढ़ स्थित वॉटरलिली पब्लिक स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि मौजूदा दौर में संभावनाओं के साथ-साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा भी है। बच्चों के बेहतर कल के लिए सभी अभिभावकों को पूरी सतर्कता से चुनाव करने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि अभिभावकों को इतना जरूर ध्यान देना चाहिए कि कहीं अपनी इच्छा और अरमान नन्हें बच्चों के कंधे पर तो नहीं डाल रहे।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों में छिपी प्रतिभा को समझने के बाद ही उन्हें बेहतर दिशा प्रदान की जा सकती है। स्कूल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह जानकर उन्हें खुशी है कि वॉटरलिली पब्लिक स्कूल इस उद्देश्य की पूर्ति करने में लगा है। कार्यक्रम में शैक्षिक सलाहकार राकेश कुमार ने अभिभावकों को प्रेरित करते हुए उन्हें व्यस्त समय में बच्चों के लिए समय निकालने के गुर बताए और उन्हें अपने कर्तव्यों के निर्वहन करने की सलाह दी।
वार्षिक समारोह में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए तथा साहित्य, कला, और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस मौके पर बच्चों के प्रति सबसे अधिक जवाबदेही का निर्वाह करने वाले माता-पिता को भी पुरस्कृत किया गया।
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