स्पेशल टास्क फोर्स ने शनिवार को पटना जिले के दनियावां में छापेमारी कर 50 हजार के नकली नोट जब्त किए. इस धंधे में लिप्त दो जालसाजों को भी गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ के मुताबिक नकली नोट फतुहा से लाये गये थे और उसकी डिलेवरी दनियावां में की जा रही थी. एसटीएफ को गोपनीय सूचना मिली थी कि नकली नोटों की तस्करी की जा रही है. सूचना के आधार पर आईजी (ऑपरेशन) अमित कुमार ने एसटीएफ के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपी.
एसटीएफ के डीएसपी गोपाल पासवान के नेतृत्व में फोर्स ने शनिवार को दनियावां बाजार स्थित शशि कम्प्यूटर केन्द्र पर छापेमारी की. मौके से एसटीएफ ने 50 हजार के नकली नोट बरामद किए जो पांच सौ के थे. इस सिलसिले में दुकानदार शशि प्रसाद व कृष्णदेव प्रसाद (बिहारशरीफ) को गिरफ्तार किया गया. छापेमारी के वक्त शशि ने भागने की कोशिश भी की. पुलिस के मुताबिक जब्त किये गये नकली नोटों की खेप फतुहां से कृष्णदेव लेकर आया था. उसे 25 हजार के असली नोट के एवज में 50 हजार के नकली नोट मिले थे.
पूछताछ के दौरान उसने उस शख्स के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी जिससे वह नकली नोट लिया करता था. आशंका जताई जा रही है नकली नोटों की यह खेप बांग्लादेश के रास्ते बिहार आई है. उसकी छपाई बेहद सफाई से की गई है और गौर करके ही उसमें असली-नकली का फर्क पकड़ा जा सकता है. पुलिस के मुताबिक शशि व कृष्णदेव लम्बे समय से इस धंधे से जुड़े थे.
शशि जाली सर्टिफिकेट बनाने के मामले में पूर्व में गिरफ्तार हुआ था और हाल में ही वह जेल से रिहा हुआ है. दोनों को दनियावां पुलिस के हवाले कर दिया गया है. पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारी मिल सकती है. दनियावां जैसे छोटे बाजार में 50 हजार के नकली नोट पकड़े जाने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. इस खुलासे से स्थानीय लोग काफी हैरत में हैं.
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