झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने राज्य में एक वैकल्पिक सरकार के गठन के लिए शनिवार को अतिरिक्त समय की मांग की। झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन, उनके पुत्र हेमंत सोरेन और अन्य नेताओं ने सुबह 11.30 बजे राज्यपाल सैयद अहमद से मुलाकात की। हेमंत सोरेन ने यहां संवाददाताओं को बताया, "हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि राज्य में सरकार गठन के लिए हमें कुछ और समय दिया जाए।"
हेमंत दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार रात रांची लौटे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक वैकल्पिक सरकार के गठन के बारे में निर्णय लेगी। ज्ञात हो कि 28 महीने पुरानी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली अर्जुन मुंडा सरकार उस समय गिर गई, जब आठ जनवरी को झामुमो ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। मुंडा मंत्रिमंडल ने राज्य विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी थी।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई को हाईकमांड से ठोस आश्वासन अभी नहीं मिल पाया है। राज्य के कांग्रेसी विधायक और नेता वैकल्पिक सरकार के गठन के पक्ष में हैं। झामुमो, कांग्रेस के समर्थन से राज्य में एक वैकल्पिक सरकार के गठन की सम्भावना तलाश रहा है।
झारखण्ड के कांग्रेसी विधायक, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कुछ निर्दलीय, झमुमो के नेतृत्व वाली वैकल्पिक सरकार को समर्थन दे सकते हैं। यदि ऐसी कोई व्यवस्था बनती है, तो कांग्रेस, राजद और निर्दलीय, झामुमो के साथ मिलकर 41 विधायकों का एक गठबंधन बनाने की कोशिश कर सकते हैं। दूसरी ओर 82 सदस्यीय विधानसभा में 37 सदस्य फिर से चुनाव कराए जाने के पक्ष में हैं।
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