पाकिस्तान की एक संसदीय समिति ने सरकार से प्राइम टाइम में सभी विदेशी भाषाओं के कार्यक्रमों पर रोक लगाने की मांग की है। इस कदम का लक्ष्य भारत और तुर्की जैसे देशों के लोकप्रिय कार्यक्रमों या सीरियल पर पाबंदी लगाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
नेशनल असेंबली की सूचना एवं प्रसारण मामलों की स्थाई समिति ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सांसद बेलम हसनैन की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह सिफारिश की। समिति ने यह भी सिफारिश की है कि इस प्रस्तावित प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पाकिस्तान के टेलीविजन कलाकार और निर्माता यहां के प्रमुख चैनलों पर तुर्की के सीरियल को उर्दू में डब करके प्रसारित किए जाने को लेकर खुलकर अपने गुस्से का इजहार करते रहे हैं। तुर्की के सीरियल इस्लामी नजरिए और मुस्लिम पात्रों वाले होने के कारण पाकिस्तान में खासे लोकप्रिय हो रहे हैं। इससे पहले यहां के कलाकारों ने भारतीय कार्यक्रमों के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की थी।
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